एक युवा खिलाड़ी को देखकर ये कहना कि वो आने वाले समय एक बड़े और अनुभवी खिलाड़ी की जगह ले लेगा ये कहना कभी भी आसान नहीं रहता। लेकिन 22 साल के प्रबीर दास ने इस सीजन कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। दास एटलेटिको डी कोलकाता की तरफ खेले क्योंकि बेंगलूरू के कीगान पेरिएरा का AFC कप में खेलना तय था। इसलिए वो ISL में अधिक वक्त तक मौजूद नहीं रहे, लेकिन मोहन बगान के फुल बैक ने अपने कोच जोसे मोलिना को निऱाश बिल्कुल भी नहीं किया और न ही अपने फैंस को, क्योंकि वो लगातार अपने प्रदर्शन में मैच दर मैच सुधार लाते रहे। जबकि उन्हें एक अंजान पोजीशन यानी लेफ्ट बैक में खेलने का मौका मिला था। इस खिलाड़ी ने इस दौरान बेहद परिपक्वता दिखाई और बेहतरीन खेल का मुजायरा किया। अंडर-23 तक भारतीय टीम का हिस्सा रहा ये खिलाड़ी कोलकाता के उस मजबूत डिफेंस की वजह बना जिसे लीग में महज 5 बार भेदा जा सका है। ये खिलाड़ी रणनीतिक तौर पर दमदार और मेहनती खिलाड़ी है, लेकिन इस खिलाड़ी का गेंद को क्रॉस कराना फिलहाल और बेहतर तरीके के साथ सीखना पड़ेगा। लेकिन वक्त उनके पक्ष में हैं इसे सीखने के लिए, और अगर ऐसा होता है तो आगे आने वाले भविष्य मे ये खिलाड़ी भारत के लिए बड़ा नाम करने में कामयाब रहेगा इस बात में कोई शक नहीं।