इंडियन सुपर लीग के तीसरे सत्र में अन्ततः अब स्वाद आना शुरू हुआ है। मुंबई सिटी FC भले ही अभी लीग तालिका में अग्रणी दिख रही हो पर किसी भी और टीम की एक भी जीत लीग तालिका में सभी टीमों के स्थानों में दो-तीन अंकों का फेरबदल लाने में सक्षम है। लीग में मजेदार प्रतिस्पर्धा अब रेखांकित होती सी दिख रही है। ISL ने अपने पिछले सत्रों में कई सनसनीखेज प्रदर्शन देखे हैं, Stiven Mendoza, Iain Hume और Florent Malouda जैसे सितारों का शानदार खेल देखा है। इस साल भी, हमने सिंघासन के लिए नए दावेदार देखे हैं। जहां Matías Defederico और Emiliano Alfaro जैसे नए चेहरों ने शानदार खेल का मुजायरा पेश किया है, वहीँ Borja Fernandez और Nico Velez जैसे दिग्गजों ने खेल का स्तर जहाँ पिछले सत्र में छोड़ा था वहीँ से उठाकर, इस सत्र में और ऊंचा किया है। पर हर टीम में होता है एक अनकहा, अकीर्तित नायक जो चुपचाप अपने उम्दा खेल से टीम की सफलता के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। उनके लिए तालियाँ भले ही न बजतीं हों, पर उनकी ज़रुरत टीम में सांस लेने को ज़रूरी ऑक्सीजन जैसी होती है। पेश है ISL के इस सत्र में खेल रहे ऐसे 7 गुमनाम नायकों की सूची :
#1 Sameehg Doutie
ये दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी, एटलेटिको डी कोलकाता के साथ अपना दूसरा सत्र खेल रहा है। Iain Hume, Javi Lara और Borja Fernandez हमेशा सुर्खियां बंटोरते रहे (और कभी-कभी यथायोग्य ही, वे काबिल हैं) पर Doutie इस टीम को आगे बढ़ाने वालों में से एक हैं। इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि कोलकाता की टीम का लगभग सारा आक्रमण मिडफील्ड के दायीं और से होता है, ख़ास तौर पर जब-जब और जिस तरह की उम्दा डिलीवरी ये 27 वर्षीय खिलाड़ी देता है। हर बार जब Borja या Tiri के पास बॉल पहुँचती हैं, वे बॉल को दायीं तरफ इस दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी तक पहुंचाने के रास्ते ढूंढते हैं। कोलकाता की तरफ से 17 बार वे खेलने मैदान पर उतरे हैं और अभी Doutie के खाते में 5 गोल और 6 assists दर्ज हैं। ये आंकड़े ही बताते हैं कि वे कितने कुशल खिलाड़ी हैं। Doutie भले ही कोई बड़े या शक्तिशाली खिलाड़ी न हों, भले ही वे डिफेंडर्स के बगल से मन मुताबिक बॉल ड्रिबल करके न निकाल पाते हों पर वो बुद्धिमान हैं। बॉल के संग सजग हैं। वे सही फैसले लेते हैं और इसीलिये वे कोलकाता के लिए एक सही और अनिवार्य चुनाव हैं।
#2 Jayesh Rane
जयेश राणे एक ऐसी युवा प्रतिभा हैं जिन्होंने ISL में धूम मचाई है। चेनैयन्न FC के लिए इस सत्र के पहले ही मैच में जयेश राणे ने कोलकाता के खिलाफ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया था। राणे जो कि प्रमुखतः I-लीग के लिए स्ट्राइकर के रूप में खेलते हैं, चेनैयन्न FC के कोच Marco Materazzi द्वारा बायीं और से खेलने के लिए तैनात किये गए और उन्होंने अपने इतालवी कोच के भरोसे को जिंदा रखा है। जयेश अपने प्रतिद्वंदियों को बिलकुल आराम नहीं करने देते, वे इस कदर बाधाएं उत्पन्न करते हैं कि विरोधी टीम गलत फैसले लेने पर मजबूर हो जाती है। जयेश राणे की सबसे बड़ी विशेषता है, गेंद पर उनका अनुशासन। मोड़ पर भ्रामक और डिफेंडर और स्वयं के बीच गेंद को लाकर जमाने में तेज़, टीम के लिए वे काफी फ्री-किक्स कमा लेते हैं, जिनसे टीम के खिलाड़ियों को गोल करने के काफी अवसर मिल जाया करते हैं।
#3 Chinglensana Konsham Singh
19 वर्षीय मणिपुरी खिलाड़ी को भारतीय टीम में प्यूर्टो रिको के साथ एक मैत्री मैच के लिए बुलाया गया था। इन्होने डायनमोज के लिए हर एक गेम की शुरुआत की और जिस आत्मविश्वास ने उन्होंने खेल का संचालन किया है, वे सब को विश्वास दिलाने में कामयाब रहे हैं कि वे लम्बे समय से इस खेल के सीनियर पेशेवर खिलाड़ी रहे हैं। I -लीग में Shillong Lajong को लीड करने के बाद, इस Tata Football Academy ग्रेजुएट ने ISL को बड़ी आत्मीयता से अपनाया है। उनके शक्तिशाली tackles और दक्ष पोजीशनिंग देखकर उनकी प्रतिभा और क्षमता का अंदाजा लगाया जा सकता है। उनका खेल, हर गेम में प्रदर्शन उनके व्यक्तित्व को रेखांकित करता है, दिखाता है उनकी विशेषताएं और क्षमताएं। दिल्ली डायनमोज के कोच Gianluca Zambrotta की आगामी योजनाओं में इस खिलाड़ी का महत्वपूर्ण योगदान लाजिम है।
#4 Krisztián Vadócz
हंगरी का ये अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी हर मायने में विरोधी टीम के लिए नंबर-6 पर उपयुक्त है। इन्होंने अपना पहला ISL सत्र पुणे FC के लिए खेला पर तब कोई ख़ास छाप छोड़ने में नाकाम रहे। इस साल मुंबई सिटी के लिए इन्होंने खेल में वापसी की । जहाँ कोच Alexandre Guimarães मिडफील्ड पोजीशन के लिए हर दफे हीरा ढूंढते हैं, उस हीरे के खेल को संबल देने का काम इस खिलाड़ी के जिम्मे रहता है। बॉल के साथ सजग, अपने बाएं पैर के साथ कुशल ये खिलाड़ी Pronay Halder और Boithang Haokip को फ्रंट फूट पर अपना प्राकृतिक खेल खेलने का मौका देता है। उनकी बाकी विशेषताओं के पीछे दबी विशेषता दिल्ली के खिलाफ दिखी जब उन्होंने मुंबई FC के लिए एक गोल दागा। ये निस्संदेह ही मुंबई को लगातार मिलती जीत में महत्वपूर्व योगदान देने वाला रत्न है।
#5 Prabir Das
एटलेटिको डी कोलकाता ने जब इस साल ISL के सत्र की शुरुआत की, तब लेफ्ट बैक पोजीशन चिंता का विषय थी। Keegan Pereira अभी तक AFC Cup के लिए बेंगलुरु FC के लिए खेल रहे थे और टीम में शामिल नहीं हो सके थे। तभी टीम में आये प्रबीर दास। ये अंडर-23 अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी सारी ज़िन्दगी राइट-बैक की तरह खेला है (या कभी-कभी मिडफील्डर के रूप में) पर मोहन बगान के इस खिलाड़ी ने यहाँ लेफ्ट -बैक से अपने defending कौशल से धूम मचा दी। तेज़, चुस्त और गेंद को जल्द से जल्द वापस पा लेने की भूख, उन्हें सफल खिलाड़ी बनाती है। वे अक्सर 'बंगाली मालदिनी' कहलाते हैं। प्रीतम कोटल के साथ मिल कर, इस डिफेन्सर ने अब तक कोलकता की तरफ से सिर्फ 4 गोल किये हैं।
#6 Mehrajuddin Wadoo
ये 32 वर्षीय श्रीनगरी खिलाड़ी बर्फ की तरह ठन्डे दिमाग का व्यक्ति है। जब आपकी टीम में Bernard Mendy और John Arne Riise जैसे खिलाड़ी हों तो ऐसे शांत दिमाग वाला एक खिलाड़ी, वो भी कप्तान, टीम में होना सोने पे सुहागा ही है। वे भले ही सबसे साहसी खिलाड़ी न हों पर वो चतुर हैं। वे अपने शरीर का शानदार उपयोग करते हैं और गेंद को बड़ी सफाई से पास करने में कुशल हैं। मेहराजुद्दीन उम्दा शॉट्स लगाने का भी दम ख़म रखते हैं जिसका मुजायरा हमने FC गोवा के खिलाफ मैच में देखा जहाँ उनका शॉट इतना शक्तिशाली रहा कि गोवा की डिफेन्स उसे काबू में करने में नाकाम रहा और वे अंततः गोल में परिवर्तित हुआ। Sir Alex Ferguson ने एक बार Denis Irwin के लिए कहा था कि वे उनकी टीम के लिए सबसे महत्व के खिलाड़ी हैं। Marco Materazzi भी निस्संदेह अपने कप्तान के लिए ये कह सकते हैं।
#7 Koffi Christian N'dri (Romaric)
NorthEast United शीर्ष पर बने रहने वाली टीमों में से एक है। Nico Velez और Holicharan Narzary को टीम के हीरो अल्फारो की मदद करते रहने के लिए खूब वाहवाहियां मिलती रहीं हैं, पर वे रोमारिक रहे हैं जिन्होंने टीम के प्रदर्शन को आधार दिया है। 20 से 40 यार्ड में कोई भी फ्री किक मिले, आप रोमारिक को याद करें और वे आपको स्कोर करके देंगे। उनके शॉट्स गोलकीपर को परेशान करते हैं। आइवरी कोस्ट के इस अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी ने स्पेनिश पक्षों जैसे Sevilla, Real Zaragoza और Espanyol के लिए अपने खेल का प्रदर्शन किया है और इस सत्र में जो 6 गेम उन्होंने खेले हैं, उनमें उनके 9 शॉट्स रहे हैं जो इस लीग में किसी भी मिडफील्डर से ज्यादा है। उनका टीम के लिए समर्पण देखने लायक होता है, विरोधियों को परेशान करना हो, टीम के डिफेन्स की मदद करनी हो, रोमारिक हमेशा उपलब्ध होते हैं, अपने पैंतरों के साथ। Rowllin Borges भले ही फ्रंट में टीम के डिफेन्स की रीढ़ रहे हों, इस 33 वर्षीय खिलाड़ी का योगदान इस टीम के डिफेन्स को लीग की सभी टीमों से अधिक मज़बूत बनाने में बेहद महवपूर्ण रहा है।