सुनील छेत्री की कप्तानी में बेंगलुरु एफसी ने मुंबई सिटी एफसी को हराकर डुरंड कप का खिताब अपने नाम कर लिया है। एशिया की सबसे पुरानी क्लब फुटबॉल लीग के फाइनल में बेंगलुरु ने 2-1 से जीत हासिल की। कोलकाता में खेले गए फाइनल मैच में बेंगलुरु के लिए ऐलन कोस्टा ने विजयी गोल दागा। बेंगलुरु का ये पहला डुरंड कप है और इस जीत के साथ क्लब ने देश में होने वाली सभी प्रतिष्ठित फुटबॉल प्रतियोगिताएं भी जीत ली हैं।
मैच शुरु होते ही पहली मिनट से बेंगलुरु अटैक मोड में आ गई। मैच के 11वें मिनट में ही बेंगलुरु के युवा खिलाड़ी शिवशक्ति ने मुंबई के दो डिफेंडर्स के बीच से गेंद निकाली और गोल करने में कामयाब रहे। मुंबई की टीम ने इसके बाद वापसी की कोशिश की और 30वें मिनट में ग्रेग स्टुअर्ट की फ्री किक को बेंगलुरु के गोलकीपर गुरप्रीत ने रोका लेकिन रिबाउंड गेंद को लालेंगमाविया राल्टे 'अपुइया' ने बेंगलुरु के गोलपोस्ट में डाल स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
38वें मिनट में रॉय कृष्णा ने बेहतरीन मौका बनाया लेकिन गोल नहीं हो सका। पहले हाफ के समाप्त होने पर स्कोर बराबर था। दूसरे हाफ में बेंगलुरु ने एक बार फिर तेज शुरुआत की। 61वें मिनट में ऐलन कोस्टा ने हेडर के जरिए गोल किया और बेंगलुरु को 2-1 की बढ़त दिलाई। मुंबई ने काफी मौके बनाने की कोशिश की, लेकिन नाकामयाब रही। फाइनल सीटी बजते ही बेंगलुरु ने जश्न मनाना शुरु कर दिया।
इस बार डुरंड कप में इंडियन सुपर लीग की सभी 11 टीमों ने भाग लिया जिनमें मुंबई सिटी एफसी समेत 3 टीमें पहली बार प्रतियोगिता का हिस्सा बनी थीं। मुंबई सिटी के लालियानजुआला छांगटे को सबसे ज्यादा 7 गोल के लिए गोल्डन बूट का अवॉर्ड मिला जबकि मुंबई के ही ग्रेग स्टुअर्ट को गोल्डन बॉल का खिताब मिला। ओडिशा एफसी के गोलकीपर एंटोनियो डिलन को गोल्डन ग्लव से नवाजा गया।