इंडियन सुपर लीग के 9वें सीजन के दूसरे मुकाबले में बेंगुलरु एफसी ने नॉर्थईस्ट यूनाईटेड को 1-0 से हराया, लेकिन ये सीजन शुरु होते ही रेफरी के फैसलों की वजह से विवादों में घिर गया है। मैच के स्टॉपेज टाइम से ठीक पहले तक बेंगलुरु 1-0 से आगे थी जब नॉर्थईस्ट यूनाईटेड के लिए जॉन गजटांगा ने गेंद बेंगलुरु के गोल पोस्ट में डाली लेकिन इसे ऑफसाइड करार दे दिया गया। रीप्ले में साफ दिखाई दे रहा था कि खिलाड़ी ऑफसाइड नहीं था। इस फैसले के बाद मैदान में काफी गहमा-गहमी हो गई।
बेंगलुरु के श्री कांतिरावा स्टेडियम में हुए मैच में कप्तान सुनील छेत्री की अगुवाई में बेंगलुरु ने कुछ अच्छे मौके शुरुआती मिनटों में ही बनाए। 14वें मिनट में रोशन नाओरेम ने अपनी टीम के साथी नारायण के लिए गोल का मौका बनाया, लेकिन शिवा इसे सफल नहीं कर पाए।30वें मिनट में सुनील छेत्री भी गोल करने से चूक गए।
पहले हाफ में कोई गोल नहीं होने के बाद दूसरे हाफ में काफी देर तक स्कोरकार्ड गोलरहित रहा। 87वें मिनट में बेंगलुरु के जेवियर हर्नान्डिज ने ऐलन कोस्टा को पास दिया जिसे कोस्टा ने गोल में बदल बेंगलुरु का खाता अहम वक्त पर खोला। नॉर्थईस्ट के लिए वापसी मुश्किल लग रही थी और मैच में 4 मिनट जोड़े गए। 91वें मिनट में बॉक्स के बाहर से जॉन गजटांगा ने बेहतरीन शॉट बेंगलुरु के गोल पोस्ट में मारा। नॉर्थईस्ट के खिलाड़ी जशन मनाने लगे, लेकिन रेफरी ने इसे ऑफसाइड करार दिया।
रेफरी के फैसले से नॉर्थईस्ट के कोच मार्को बालबुल बेहद नाराज हुए और बहस करने लगे। ऐसे में उन्हें रेड कार्ड दिखाया गया। इसके बाद अगले तीन मिनटों तक काफी गर्म माहौल में खेल हुआ।
मैच बेंगलुरु की जीत के साथ खत्म हुआ लेकिन रीप्ले में साफ तौर पर दिख रहा था कि ऑफसाइड गलत तरीके से दिया गया। मैच के बाद सोशल मीडिया पर भी फैंस का गुस्सा गलत फैसला दिए जाने पर फूटने लगा। फिलहाल बेंगलुरु के पास इस जीत से 3 अंक हैं।
लीग में आज गत विजेता हैदराबाद का सामना पूर्व चैंपियन मुंबई सिटी एफसी से होगा।