इंग्लिश फुटबॉल क्लब चेल्सी ने फीफा क्लब विश्व कप का खिताब पहली बार अपने नाम कर लिया है। चेल्सी ने ब्राजील के फुटबॉल क्लब पालमेइराज को फाइनल में 2-1 से हराकर इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी को अपने कब्जे में किया। चेल्सी की जीत के हीरो रहे कावी हावर्ट्ज जिन्होंने एक्सट्रा टाइम में मिली पेनेल्टी को गोल में बदलकर टीम को खिताब दिला दिया। इतना ही नहीं इस खिताब के साथ ही चेल्सी ने सभी प्रतिष्ठित ट्रॉफी जीतने वाले क्लबों में अपना नाम भी शुमार कर लिया है।
अबू धाबी में खेले गए फाइनल मुकाबले में मौजूदा चैंपियंस लीग विजेता चेल्सी और पालमेइराज, दोनों ही क्लब पहले हाफ में कोई गोल नहीं कर पाए थे। ऐसे में दूसरे हाफ की शुरुआत के थोड़े ही समय बाद चेल्सी के स्ट्राइकर रोमेलू लुकाकू ने गोल कर चेल्सी को 1-0 से आगे कर दिया। 10 मिनट बाद पालमेइराज को पेनेल्टी मिली जिसे राफेल वेइगा ने गोल में बदलकर मुकबाला 1-1 से बराबर कर दिया।
90 मिनट तक कोई गोल नहीं हो सका। इसके बाद एक्सट्रा टाइम मे भी काफी देर तक गोल नहीं हुआ और फैंस को लग रहा था कि फाइनल के विजेता का फैसला रोमांचक पेनेल्टी शूटआउट से होगा। लेकिन 117वें मिनट में चेल्सी को पेनेल्टी के रूप में जीत का मौका मिला और 22 साल के हावर्ट्ज ने इसे गोल में बदलकर टीम को उसका पहला क्लब विश्व कप दिला दिया। हावर्ट्ज ने पिछले सीजन चैंपियंस लीग में भी फाइनल में टीम के लिए जीत का गोल दागा था। चेल्सी ने सेमिफाइनल में सउदी के फुटबॉल क्लब अल हिलाल को हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी।
ऐतिहासिक टीम बनी चेल्सी
इस जीत के साथ ही चेल्सी इतिहास में सभी बड़े खिताब जीतने वाली टीमों में शामिल हो गई है। चेल्सी के नाम चैंपियंस लीग, FA कप, यूरोपीयन चैंपियन कप, UEFA सुपर कप जैसे सभी प्रतिष्ठित खिताब पहले से हैं। हाल फिलहाल भी टीम का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। फीफा की ओर से क्लब विश्व कप का आयोजन 6 महाद्वीपीय फुटबॉल कन्फेडेरेशन की विजेता टीमों के बीच कराया जाता है। स्पेनिश क्लब रियाल मेड्रिड के नाम सबसे ज्यादा 4 बार इस खिताब को जीतने का रिकॉर्ड है।