चेन्नईयन एफसी के हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन में टॉप-4 में पहुंचने की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा जब शुक्रवार को उसने बेंगलुरु एफसी के खिलाफ गोलरहित ड्रॉ मुकाबला खेला। फाटोर्डा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में चेन्नईयन एफसी ने दमदार प्रदर्शन जरूर किया, लेकिन बेंगलुरु एफसी के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू से पार नहीं पा सके। बेंगलुरु एफसी के अंतरिम कोच नौशाद मूसा ने अपनी बेंगलुरु टीम में दो बदलाव किए, जिसने एससी ईस्ट बंगाल के खिलाफ जीत दर्ज की थी। एरिक पार्टालू और पराग श्रीवास को शुरूआत में मौका दिया गया। चेन्नईयन एफसी ने मैनुअल लांजारोटे को डेब्यू का मौका दिया और अनिरुद्ध थापा व एनेस सिपोविच की वापसी हुई।
चेन्नईयन एफसी और बेंगलुरु एफसी के बीच मैच में गुरप्रीत संधू छाए
चेन्नईयन एफसी ने पहले हाफ में गेंद पर ज्यादातर कब्जा किया और गुरप्रीत को कई मौकों पर एक्शन में आना पड़ा। चेन्नईयन एफसी ने मैच मे पहला मौका बनाया जब एसामेल गोंसालवेस ने बेंगलुरु क्षेत्र में जगह बनाते हुए शॉट जमाया, लेकिन गुरप्रीत ने डाइव लगाकर बचाव किया। रहीम अली को रिबाउंड पर मौका मिला, लेकिन उनका धीमा शॉट आसानी से रोक लिया गया। कुछ समय बाद थापा ने बॉक्स की तरफ क्रॉस डाला, जिस पर चांगटे ने हेडर जमाया, लेकिन गुरप्रीत ने एक बार फिर बचाव किया। रहीम अली ने फिर बेंगलुरु के खेमे में सेंध मारने की कोशिश और बाएं ओर से चांगटे को पास दिा, लेकिन विंगर अंदर की तरफ आए और गेंद खाली निकल गई।
चेन्नईयन एफसी का डिफेंस तोड़ना मुश्किल था क्योंकि एली साबिया और विशाल कैथ ने सुनील छेत्री व पार्तलु को गोल करने से दूर रखा। पहले हाफ की समाप्ति से पहले पल पहले चेन्नईयन एफसी के पास गोल करने का सुनहरा मौका आया था। चांगटे ने लांजारोटे को शानदार पास दिया। स्पेनिश खिलाड़ी ने बॉक्स में घुसते हुए गोंसालवेस को लॉफ्टेड पास दिया, लेकिन गुरप्रीत ने बेहतरीन बचाव किया। यह संभवत: मैच का सर्वश्रेष्ठ मौका था।
दूसरे हाफ में चेन्नईयन एफसी ने गोल करने के लगातार मौके खोजे। लांजारोटे गोल के काफी करीब पहुंचे, लेकिन बेंगलुरु एफसी के गोलकीपर ने उंगली के बल पर गेंद को क्रॉस बार के बाहर कर दिया। बेंगलुरु एफसी की टीम जाली में गेंद को भेदने में कामयाब हुई थी, लेकिन रेफरी ने गोल नहीं करार देते हुए उसके अरमानों पर पानी फेर दिया। बेंगलुरु एफसी के गोलकीपर गुरप्रीत ने डाइव लगाकर चांगटे का एक और प्रयास नाकाम किया और मैच में गोल नहीं होने दिया।