वर्ल्ड फुटबॉल में रियाल मैड्रिड की बादशाहत इसी बात से साबित हो जाती है कि आजतक के सबसे बेहतरीन फुटबॉलर रियाल की तरफ से खेले हैं। इसका श्रेय क्लब के उस मैनेजमेंट को भी जाता है जो हर बड़े खिलाड़ी को क्लब की ओर खींचने में कभी भी खर्ज करने से पीछे नहीं हटा। यही कारण है कि जब भी क्लब फुटबॉल के इतिहास के पन्नों को पलटकर देखते हैं तो ज्यादातर बड़े चेहरे रियाल मैड्रिड की सफेद जर्सी में ही दिखते हैं। देखा जाए तो क्लब में सबसे बेहतरीन खिलाड़ी उसके सबसे शानदार दौर में रहे। ये दौर था 1960 के दशक का। इसके बाद 2000 के दशक ने भी कई बड़े नाम दिए। तो चलिए जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में जो रियाल मैड्रिड के इतिहास के अब तक के सबसे शानदार प्लेयर्स कहे जाते हैं। #10 Hugo Sanchez ह्यूगो सांचेज फुटबॉल के सबसे दमदार स्ट्राइकरों में से एक माने जाते हैं। इसके साथ ही इस बात में भी कोई शक नहीं है कि वो रियाल मैड्रिड के लिए खेलने वाले जिग्गजों में से एक रहे। उनकी शानदार काबीलियत के चलते वो किसी भी टीम के डिफेंस को आसानी से भेदकर गोल दागने को तैयार रहते थे। ह्यूगो को रियाल ने अपनी प्रतिद्वंद्वी टीम एटलेटिको मैड्रिड से लिया था। मेक्सिको के इस खिलाड़ी ने क्लब के साथ सात साल बिताए। इस दौरान उन्होंने क्लब के लिए 283 मैच जिसमें 208 गोल किए। इसके अवाला इसी समय में उन्होंने क्लब को लगातार 5 ला लिगा खिताब, 3 सुपरकोपा टाइटल, एक Copa Del Rey और एक UEFA खिताब जितवाया। टीम को यूरोपियन फुटबॉल में इतना ऊंचा पहुंचाने वाले ह्यूगो ने इस दौरान लगातार चार सीजन में 'Pichichi' अवॉर्ड अपने नाम किया। महान खिलाड़ी अल्फ्रेडो डि स्टेफानो के बाद, ह्यूगो सांचेज ही नंबर 9 जर्सी के रियाल मैड्रिड के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी कहे जाते हैं। उनके एटलेटिको से रियाल में आने से मानो स्पैनिश फुटबॉल की सूरत ही बदल गई और 1980 के दशक में क्लब ने अपनी धाक जमा ली।
रियाल मैड्रिड के दिग्गजों में एक बड़ा नाम है रौल गोंज़ालेज़। रौल रियाल मैड्रिड के स्पेशल खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। वो अपने समय के सबसे असरदार फॉर्वर्ड खिलाड़ी माने जाते थे। चाहे पेनल्टी एरिया के अंदर से दोल मारने की बात हो या फिर बाहर से, रौल हर पोजिशन से दमदार स्ट्राइक लगाते थे। इस खिलाड़ी की खास बात थी गेम के दौरान इसका अनुशासन और नेतृत्व करने का हुनर। इतने लंबे फुटबॉल करियर में उन्हें कभी रेड कार्ड नहीं मिला। इसके अवाला शायद ही उनके करियर में ऐसा मौका आया होगा जब उन्हें फील्ड पर किसी गलती के लिए बुक किया गया हो। रौल की बेमिसाल तकनीक और क्लासिक खेल को देखते हुए उन्हें 'The Ferrari' कहा जाता था। रियाल मैड्रिड के लिए 16 साल खेलने वाले रौल ने इस टीम के लिए सब कुछ किया। आज भी वो क्लब के इतिहास में सबसे ज्यादा, 741 मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। इस दौरान उन्होंने कुल 343 गोल किए। रौल के रहते रियाल मैड्रिड ने 6 ला लिगा खिताब, 3 चैंपियंस लीग टाइटल , 2 इंटरकॉन्टिनेंटल कप और चार सुपर कोपा खिताब अपने नाम किए। रौल गोंज़ालेज़ की मैड्रिड के दिलों में एक खास जगह है।
रियाल मैड्रिड के लिए कम समय में ही सबसे बड़ा खिलाड़ी होने का श्रेय किसी को मिला तो वो हैं रेयमंड कोपा। रेयमंड कोपा को 1958 में बैलन डी ओर सम्मान दिया गया। 1950 से दशक के अंत में रियाल मैड्रिड के सुनहरे दौर में कोपा, टीम के महत्तवपूर्व अंग रहे। ये फ्रेंच खिलाड़ी रियाल के इतिहास में स्किल्स के लिहाज से सबसे बेहतरीन कहा गया। उनकी ड्रिब्लिंग स्किल्स, शारीरिक फुर्ती और विजन शानदार था। वो मिड फील्ड पर रहते हुए भी तेजी से गोल करने के अवसर बनाने में माहिर थे। वो हर ज़रूरी मैच में टीम के लिए गोल करते थे। उनके, मैच में अक्सर हैरान करने वाले हुनर के प्रदर्शन के चलते, रियाल मैड्रिड की बादशाहत कायम थी। अपने तीन साल के छोटे पर सबसे प्रभावशाली समय में उन्होंने रियाल मैड्रिड के लिए 2 ला लिगा कप और तीन यूरोपियन कप हासिल किए। रियाल मैड्रिड के साथ उन्होंने कम समय जरूर बिताया लेकिन इस वक्त में उन्होंने टीम को शिखर पर पहुंचाया। इसमें कोई शक नहीं है कि वो क्लब के महान खिलाड़ियों में हमेशा गिने जाएंगे।
दुनिया के सबसे महान गोलकापरों का जब भी जिक्र होता है तब इकर कसिलस का नाम जरूर आता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि वो 21वीं सदी के पहले दशक के दुनिया में सबसे अच्छे गोलकीपर रहे। कसिलस ने रियाल मैड्रिड में काफी लंबा वक्त गुजारा। इस दौरान वो गोल के सामने एक दीवार में रूप में खड़े रहते थे। मैड्रिड के लिए दूसरे सबसे ज्यादा मैच खेलने वाले खिलाड़ी कसिलस ने अपने बेमिसाल करियर में क्लब को 5 ला लिगा खिताब और तीन चैंपियंस लीग खिताब जितवाए। वो 16 साल रियाल मैड्रिड से जुड़े रहे। एक कमाल के गोलकीपर में जितने गुण होने चाहिए वो सब कसिलस में हैं। कसिलस के शानदार दौर में उनके खिलाफ गोल दागना बेहद मुश्किल कहा जाता था। उनकी गति, फुर्ती, बॉल को तुरंत पढ़ लेने की कला और गोल रोकने के लिए किसी भी जगह कूदकर पहुंचने की क्षमता काफी अनोखी थी। इसके अलावा पोजिश्निंग, एकाग्रता, पेनल्टी सेव करने और नेतृत्व करने जैसे सभी कामों में उनका कोई सानी नहीं रहा। रियाल मैड्रिड के सबसे चहेते खिलाड़ियों में से एक कसिलस को उनकी ईमानदारी के लिए क्लब हमेशा याद करता रहेगा।
दुनिया के सबसे बेहतरीन ‘लेफ्ट बैक’ पोजिशन के खिलाड़ियों में रोबर्टो कार्लोस का नाम हमेशा लिया जाता है। इसके साथ ही वो, रियाल मैड्रिड के इतिहास में सबसे सफल लेफ्ट बैक खिलाड़ी माने जाते हैं। ब्राज़ील के इस खिलाड़ी की खास बात थी कि ये इस डिफेंसिव पोजिशन पर भी सबसे आक्रामक प्लेयर था। रोबर्ट हमेशा इस पोजिशन पर अपनी धाक जमा कर खेलते और गोल दागन के लिए भी तैयार रहते थे। रियाल मैड्रिड में वो ग्यारह साल रहे , जिस दौरान उन्होंने क्लब को हर संभव खिताब जितवाया। उन्होंने क्लब के लिए 584 मैच खेले जिनमें चार ला लिगा खिताब और 3 चैंपियंस लीग खिताब अपने नाम किए। कार्लोस अपने स्फूर्ति, तेजी, ताकत और स्टैमिना के लिए जाने जाते हैं। उनकी काबीलियत इसी बात से साबित हो जाती है कि रियाल मैड्रिड के पूर्व मैनेजर और स्पेन के नेशनल कोच Vicente Del Bosque ने रोबर्टो के लिए कहा था कि वो ऐसे खिलाड़ी हैं जो पूरी लेफ्ट विंग पोजिशन को अकेले संभाल सकते हैं। टीम के डिफेंस की ताकत होने के बावजूद कार्लोस गोल दागने में भी हमेशा आगे रहते थे। उन्होंने समय-समय पर अपनी खास फ्री किक से दुनिया को हैरत में डाला है। निश्चित रूप से रोबर्टो कार्लोस रियाल मैड्रिड के इतिहास में एक सुनहरा नाम बनकर रहेंगे।
ये स्पैनिश खिलाड़ी , स्पेन के शहर ग्रनाडा से आकर रियाल मैड्रिड क्लब में शामिल हुआ था। पीरी क्लब के लिए 15 साल खेले। इस दौरान उन्होंने मैड्रिड को कई खिताब भी जितवाए। 1964 से 1979 तक पीरी रियाल मैड्रिड के लिए खेले। इस दौरान वो चार साल के लिए टीम के कप्तान भी रहे। पीरी अपनी नेतृत्व क्षमता, दृढ़ता और अग्रेशन के लिए अब भी जाने जाते हैं। हालांकि उनकी खासियत उनका स्टेमिना था जिसके चलते वो अटैक और डिफेंस दोनों में बखूबी माहिर थे। उन्होंने अपनी टीम के लिए 10 ला लिगा खिताब, चार स्पैनिश कप और 1966 में एक यूरेपियन चैंपियंस कप जितवाया था। खेल से संन्यास लेने के बाद उन्होंने फिजिशियन की पढ़ाई पूरी की और रियाल मैड्रिड के मेडिकल स्टाफ में शामिल हो गए। #4 Ferenc Puskas फेरेंक पुस्कास रियाल मैड्रिड ही नहीं, दुनिया के सबसे कुशल स्ट्राइकरों में से एक कहे जाते हैं। उनकी गोल मारने की शानदार क्षमता और कला का पूरा यूरोप दीवाना था। मूल रूप से हंगरी के इस खिलाड़ी ने अपनी राष्ट्रीय टीम को भी उम्मीद से परे कई ऊचाइयों पर पहुंचाया। अपने करियर के दूसरे पड़ाव में वो रियाल मैड्रिड में शामिल हुए। उन्होंने उस वक्त के एक और बेमिसाल प्लेयर अल्फ्रेडो डि स्टेफानो के साथ मिलकर क्लब के अटैक को यूरोप का सबसे ताकतवर अटैक बना दिया। दोनों महान खिलाड़ी किसी भी टीम की डिफेंस को धाराशाही कर दिया करते थे। पुस्कास के रहते क्लब ने पांस साल लगातार ला लिगा खिताब जीता और तीन बार यूरोपियन कप जीता। पुस्कास दुनिया के सबसे आक्रामक गोल दागने वाले खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। उन्होंने मैड्रिड के लिए 262 मैचों में 242 गोल किए हैं। रियाल मैड्रिड को यूरोप में सबसे ताकतवर क्लबों में से एक बनाने में फेरेंक पुस्कास का बड़ा हाथ रहा।
मौजूदा समय में दुनिया के सबसे मशहूर फुटबॉल स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने रियाल मैड्रिड को अपना सब कुछ दिया है। साल 2016 के इस सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी ने रियाल मैड्रिड को लगातार ऊचाइयों पर पहुंचाया है। इसके साथ ही वो अपने खेल को भी शिखर तक ले गए हैं। उस समय में रिकॉर्ड 80 मिलियन यूरो फीस के साथ मैनचेस्टर यूनाइटेड से रियाल मैड्रिड में आने वाले रोनाल्डो ने अभी तक ये पूरी कीमत चुकाई है। इस स्पैनिश क्लब में शामिल होने के साथ ही उन्होंने लाजवाब गोल दागे हैं। रियाल के लिए उन्होंने 368 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने शानदार 380 गोल किए हैं। इसके साथ ही वो लगातार जीते गए पिछले दो चैंपियंस लीग खिताब में टीम के मुख्य खिलाड़ी रहे। रोनाल्डो ने रियाल मैड्रिड का लगभग हर गोल स्कोरिंग रिकॉर्ड अपने नाम किया है। चाहे वो सबसे ज्यादा हैट्रिक लगाने का हो या फिर चैंपियंस लीग में सबसे ज्यादा गोल करने का कीर्तिमान हो। रोनाल्डो के रहते क्लब ने एक ला लिगा, दो चैंपियंस लीग, 2 Copa Del reys, दो FIFA क्लब वर्ल्ड कप और दो UEFA सुपर कप खिताब जीते हैं। हालांकि रोनाल्डो का इस सूचि में तीसरे नंबर पर आने का कारण है कि उन्होंने पहले दो महान खिलाड़ियों के मुकाबले कम खिताब जीते हैं। लेकिन अगर आने वाले समय में अपने इस तज-तर्रार खेल को वो जारी रखते हैं तो नंबर एक पर पहुंचना उनके लिए बड़ी बात नहीं होगी।
फ्रांसिस्को गेनटो दुनिया के सबसे तेज फुटबॉलर कहे जाते थे। बॉल के साथ उन्हें दौड़ता देख पूरी दुनिया हैरत में आ जाती थी। माना जाता है कि गेनटो के समय ही रियाल मैड्रिड की टीम अभी तक की सबसे बेहतरीन टीम थी। गेनटो की रिकॉड की गई स्पीड के मुताबिक वो उन दिनों बॉल के साथ 100 मीटर की दूरी महज 10.9 सैकेंड में पूरी कर लेते थे। तेजी है नहीं, चतुराई में भी गेनटो का कोई सानी नहीं था। वो बेहतरीन डिफेंस को भी अपनी स्पीड का प्रयोग कर चमका देते थे और गोल पोस्ट तक पहुंच जाते थे। गेनटो ने अपने करियर में काफी कम ऑफ साइड फाउल किए। रियाल मैड्रिड के लिए इस खिलाड़ी ने बेशुमार खिताब हासिल किए हैं। उन्होंने 12 ला लिगा टाइटल, दो Copa de Reys, 6 यूरोपियन कप, एक इंटरकॉन्टिनेंटल कप और दो लैटिन कप अपने नाम किए । इन सबको देखते हुए उन्हें फुटबॉल इतिहास के महानत्तम खिलाड़ियों में रखा जा सकता है।
इस लिस्ट में पहले नंबर पर अल्फ्रेडो डि स्टेफानो के अलावा किसी का नाम नहीं रखा जा सकता है। निश्चित रूप से डि स्टेफानो विश्व में इस खेल के सबसे प्रभावशाली और संपूर्ण खिलाड़ी थे। उन्होंने रियाल मैड्रिड क्लब को विश्व का सबसे बेहतरीन क्लब बनाने में सबसे बड़ा योगदान दिया था। इसी लिए वो रियाल मैड्रिड के इतिहास में महानत्तम खिलाड़ी थे। काफी लोगों को नहीं पता है कि रियाल में आने से पहले वो 1953 में बार्सिलोना में साइन किए गए थे। वो इसलिए क्योंकि रियाल मैड्रिड में उनको साइन करने को लेकर कुछ विवाद हो गया था। स्पैनिश फेडरेशन ने इस मसले का हल निकालते हुए उन्हें एक सीजन बार्सिलोना और एक सीजन रियाल के लिए खेलने का सुझाव दिया था। हालांकि बार्सिलोना इस सुझाव से असहमत था और उसने डि स्टेफानो को लॉस ब्लैंकोस को लिए छोड़ दिया। रियाल मैड्रिड में इस खिलाड़ी का प्रभाव अद्वितीय था। उन्होंने क्लब के लिए 396 मैचों में लजवाब 307 गोल मारे। इसके अवाला उन्होंने क्लब के लिए तमाम ट्रॉफी जीतीं और खिताबों की लाइन लगा दी। डि स्टेफानो दुनिया के एक मात्र खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्होंने पांच यूरोपियन क्लब फाइनल में गोल किया।