क्रोएशिया के मिडफील्डर इवान राकिटिच ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय करियर से संन्यास की घोषणा कर दी है। इवान राकिटिच उस क्रोएशियाई टीम का हिस्सा थे, जो 2018 फीफा विश्व कप में रनर्स अप थी। 32 साल के पूर्व बार्सिलोना खिलाड़ी इवान राकिटिच को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी इज्जत मिली क्योंकि वह क्रोएशिया का अतुल्नीय हिस्सा रहे, जिसने विश्व कप के फाइनल में कदम रखा था।
106 मैचों में क्रोएशिया का प्रतिनिधित्व करने वाले इवान राकिटिच ने देश के लिए 15 गोल दागे। इवान राकिटिच ने राष्ट्रीय टीम के कप्तान लुका मॉड्रिक, कोच ज्लाटो डादिक और क्रोएशियाई फुटबॉल एसोसिएशन अध्यक्ष डेवोर सुकेर से सलाह मशविरा करने के बाद संन्यास लेने का फैसला किया।
इवान राकिटिच ने राष्ट्रीय टीम से संन्यास लेने के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, 'मेरे करियर का सबसे कड़ा पल है क्रोएशियाई राष्ट्रीय टीम को अलविदा कहना। मगर मुझे महसूस हुआ कि ये वो पल है जब मुझे दूर जाना चाहिए और ऐसा फैसला लिया। मैंने अपने देश के लिए खेले हर मैच का पूरा आनंद उठाया और विश्व कप के कभी न भूलने वाले पल मेरे पसंदीदा हैं।'
इवान राकिटिच ने आगे लिखा, 'मैं मानता हूं कि हमारी टीम अब भी अच्छी है और उसका भविष्य सुनहरा है। मैं अपने दोस्तों और टीम के साथियों को आगे आनी वाली चुनौतियों के लिए दुनिया में शुभकामनाएं देना चाहता हूं। मेरे अंदर वो ही सबसे बड़े फैन रहेंगे।' इवान राकिटिच ने इस साल गर्मी में अपने पुराने क्लब सेविला से दोबारा करार किया। इससे पहले छह साल तक इवान राकिटिच ने बार्सिलोना का प्रतिनिधित्व किया था।
इवान राकिटिच का मेसी-सुआरेज को लेकर खुलासा
32 साल के इवान राकिटिच ने अपने पुराने क्लब सेविला से जुड़ने के बाद एक बड़ा खुलासा किया है। इवान राकिटिच ने खुलासा किया कि बार्सिलोना में रहते हुए उनकी कभी लियोनेल मेसी और लुईस सुआरेज से करीबी दोस्ती नहीं बनी। ऐसी रिपोर्ट्स थी कि इवान राकिटिच को बार्सा की स्टार जोड़ी से अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी, जिसके चलते उन्होंने पूर्व क्लब का साथ दोबारा थामा। इस पर इवान राकिटिच ने कहा कि वो मेसी और सुआरेज के करीब नहीं थे, लेकिन वह दोनों की काफी इज्जत करते हैं।
राकिटिच ने कहा, 'मैंने अपना पक्ष रख दिया। मेरा उनके साथ रिश्ता कभी करीबी दोस्त वाला नहीं था। मेरा मानना है कि 23-24 लोगों के ग्रुप में ऐसा होना मुश्किल है। मेरे करीब दोस्त आंद्रे इनिएस्ता, बोएटेंग थे। मगर मैं इन दोनों की इज्जत करता हूं। हमने टीम बनकर खेला और वो दोनों टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे। कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान हम सभी काफी करीब थे। मान लीजिए कि पड़ोसी थे। मैं बहुत शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने मेरा इतने सालों से अच्छे से ध्यान रखा।'