इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के आयोजकों, फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) ने रविवार को आधिकारिक घोषणा कर दी है कि ईस्ट बंगाल क्लब 2020-21 सीजन से आईएसएल का हिस्सा होगा। जब से मोहन बागान एटीके के साथ गठजोड़ किया और आईएसएल में एटीके मोहन बागान बनकर दाखिल होने का फैसला किया, तब से ईस्ट बंगाल के शीर्ष डिविजन में प्रतिद्वंद्वी से जुड़ने की बातचीत जोरों पर थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में घोषणा की थी कि रेड और गोल्ड श्री सीमेंट लिमिटेड से निवेश आकर्षिक करने के बाद आईएसएल में खेलने को तैयार हैं।
ममता बनर्जी ने कहा, 'अब परेशानी का हल मिल गया है। ईस्ट बंगाल आईएसएल में खेलेगा।' इसके बाद, एफएसडीएल ने 'श्री सीमेंट ईस्ट बंगाल फाउंडेशन' के तत्वावधान में पूर्वी बंगाल को विधिवत रूप से प्रस्तावित प्रस्ताव (आरएफपी) दस्तावेज जारी करके बोली प्रक्रिया शुरू की। अर्न्स्ट एंड यंग, नामित अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार फर्म, को बोली प्रक्रिया को आरेखण और मान्य करने का अधिकार था।
कोरोना वायरस महामारी के कारण आईएसएल इस साल गोवा के तीन स्थानों पर जैव-सुरक्षित माहौल में खेला जाएगा। ईस्ट बंगाल क्लब को 100 साल पूरे हो चुके हैं और अब वह आईएसएल का हिस्सा बनने को तैयार हैं।
आईएसएल में 11वीं टीम होगा ईस्ट बंगाल
इंडियन सुपर लीग में ईस्ट बंगाल 11वीं टीम होगी। इस घोषणा के बाद एफएसडीएल को अब टूर्नामेंट का कार्यक्रम बनाने में आसानी होगी। मौजूदा परिस्थितियों में मैचों का आयोजन दर्शकों के बिना होगा, लेकिन बंगाल के दो चिर-प्रतिद्वंद्वियों का आईएसएल से जुड़ना टूर्नामेंट को बड़े स्तर पर ले जाएगा।
इंडियन सुपर लीग में ईस्ट बंगाल का स्वागत करते हुए एफएसडीएल की अध्यक्ष नीता अंबानी ने कहा कि मोहन बागान के बाद उनके चिर-प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल के इस टूर्नामेंट से जुड़ने के बाद यह भारतीय फुटबॉल में शानदार विकास है। नीता अंबानी ने कहा, 'ईस्ट बंगाल और उनके लाखों फैंस का स्वागत करना आईएसएल के लिए सुखद और गर्व का क्षण। विरासत वाले दोनों क्लबों यानी ईस्ट बंगाल और मोहन बागान (अब एटीके मोहन बागान) का इसमें समावेश होना, भारतीय फुटबॉल के लिए असीम संभावनाएं खोलेगा।खासकर राज्य में प्रतिभा विकास के लिए।'
वहीं श्री सीमेंट के मालिक और प्रबंध निदेशक, हरि मोहन बांगर ने आखिरी समय में आईएसएल में टीम को जगह दिलाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा, 'यह ममता जी के प्रयासों से संभव हुआ। इसका सारा श्रेय उन्हें जाता है। उन्होंने (ममता बनर्जी) शुरुआत में ही साफ कर दिया था कि ईस्ट बंगाल इस साल आईएसएल में खेलेगा। उनकी बातों का काफी महत्व है और फिर हमने पीछे मुड़कर नहीं देखा।'