हैरी मैगुइरे और डेल अली के गोल की मदद से इंग्लैंड ने स्वीडन को 2-0 से हराया। इस जीत के साथ ही उसने 1990 के बाद पहली बार फीफा वर्ल्ड कप के सेमी फाइनल में जगह बनाई। लीसेस्टर के डिफेंडर मैगुइरे ने 30वें मिनट में कॉर्नर पर पहला गोल किया। वहीं अली ने 59वें मिनट में दूसरा गोल दागा। अंतिम क्षण में स्वीडन के खिलाड़ियों ने जबरदस्त हमला बोला लेकिन इंग्लैंड के गोलकीपर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उनके साभी मौकों को नाकाम किया। अब 11 जुलाई को सेमी फाइनल में वह क्रोएशिया से भिड़ेगा। वहीं स्वीडन का 24 साल बाद अंतिम चार में पहुंचने का सपना टूट गया। दोनों टीमों के बीच यह 25वां अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था। इसमें से नौ मैच इंग्लैंड ने अपने नाम किए हैं। वहीं स्वीडन सात जीतने में कामयाब रहा है। वहीं नौ मैच ड्रॉ रहे। इंग्लैंड और स्वीडन के बीच वर्ल्ड कप में इससे पहले दो मुकाबले हुए थे और दोनों ड्रॉ पर छूटे थे। आज के मैच में इंग्लैंड के गोलकीपर जोर्डन पिकफोर्ड ने शानदार चुस्ती का नमूना पेश किया। कोच साउथगेट ने इस मैच में वही टीम उतारी थी जिसने अंतिम 16 में कोलंबिया को पेनल्टी शूटआउट में हराया था। वहीं स्विट्जरलैंड को एक गोल से हराने वाली स्वीडिश टीम में निलंबन के बाद सेबेस्टियन लॉरसन की वापसी हुई। मैच के शुरुआती मिनटों में विक्टर क्लॉएसन ने कई अच्छे मौक बनाए लेकिन गोल करने में नाकाम रहे। दूसरी तरफ छह गोल दाग कर गोल्डन बूट के दावेदारों में शीर्ष पर काबिज हैरी केन का शॉट बाहर चला गया। पहले हाफ के दौरान एशले यंग से बाईं ओर से मिली गेंद पर मैनुइरे ने गोल दाग कर टीम को 1-0 से आगे कर दिया। हाफ टाइम से पहले रहीम स्टर्लिंग को बेहतरीन मौका मिला था। वे आसानी से बढ़त दोगुनी कर सकते थे लेकिन उनका शॉट रोबिन ओल्सेन ने बचा लिया। दूसरे हाफ की शुरुआत में ही मार्कस बर्ग का हेडर इंग्लैंड के तेज तर्रार गोलकीपर ने रोक दिया। 59वें मिनट में अली ने दूसरा गोल कर अपने प्रशंसकों को जश्न मनाने का मौका दिया। मैच के 65वें मिनट में स्वीडन ने दो रिप्लेसमेंट करते हुए टोइवोनेन की जगह गुइडेट्टी और फोर्सबर्ग की जगह ओलसन को मैदान पर उतारा। उसके बाद 85वें मिनट में क्रफ्ट की जगह जॉनसन मैदान पर आए। लेकिन मैच का हाल नहीं बदला। स्वीडन अब भी इंग्लैंड पर दबदबा बनाने में नाकाम रहा। यहां से लगने लगा था कि स्वीडन वापसी नहीं कर पाएगी। इसका एक कारण यह भी था कि इंग्लैंड का डिफेंस तोड़ना स्वीडन के खिलाड़ियों के लिए आसान नहीं था। हालांकि अंतिम के मिनटों में स्वीडन ने वापसी की भरपूर कोशिश की लेकिन तब तक मैच उनके हाथ से निकल चुका था। अंत में मैच 2-0 से इंग्लैंड के पक्ष में रहा और उसने इस जीत के साथ 28 साल बाद विश्व कप के सेमी फाइनल में शान से जगह बनाई। पेनल्टी शूटआउट में क्रोएशिया ने रूस को 4-3 से दी शिकस्त फीफा वर्ल्ड कप के चौथे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में क्रोएशिया ने रूस को पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर सेमी फाइनल में जगह बनाई। निर्धारित समय तक दोनों टीमें बराबरी पर थी। इस जीत से क्रोएशिया की टीम 20 साल बाद सेमी फाइनल में पहुंची है। इससे पहले वह 1998 विश्व कप में सेमी फाइनल में पहुंची थी। यह मैच रोमांच से भरा रहा। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं। जब मैच अतिरिक्त समय में गया तो दोनों ने 1-1 गोल और अपने खाते में डाल लिए। अतिरिक्त समय में पहुंचे मैच के 100वें मिनट में डोमागोज विडा ने गोल कर क्रोएशिया को बढ़त दिलाई। हालांकि दूसरे अतिरिक्त समय में रूस ने गोल कर मैच बराबरी पर ला दी। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट के सहारे विजेता की घोषणा हुई। पेनल्टी शूटआउट में भी रोमांच बरकरार रहा। चार शॉट तक दोनों टीमें 3-3 से बराबरी पर थीं। हालांकि पांचवे किक को रूसी गोलकीपर बचाने में नाकाम रहे और मार्सेलो बोजोविक ने निर्णायक गोल दागकर मैच क्रोएशिया की झोली में डाल दिया। इस बीच रूस को मैच के 115वें मिनट में फ्री किक के रूप में बेहतरीन मौका मिला और फर्नांडिस ने शानदार हेडर मारकर गेंद क्रोएशिया के गोल पोस्ट में भेज दी। इस गोल ने मैच में एक बार फिर जान फूंक दी। हालांकि पेनल्टी शूटआउट में रूस यह कमाल बरकरार नहीं रख सका और उसे हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले मैच के 31वें मिनट में डेनिस चेरिशेव ने मेजबान को बढ़त दिलाई। हालांकि रूस ज्यादा देर तक अपनी बढ़त को बनाए रखने में नाकाम रहा और आठ मिनट बाद आंद्रेज केमरिच ने गोल दाग कर क्रोएशिया को बराबरी दिलाई। हाफ टाइम तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थी। दूसरे हाफ में दोनों ने एक दूसरे पर निर्णायक बढ़त बनाने की कोशिश की लेकिन कोई कामयाब नहीं हो सका। गौरतलब है कि इस मुकाबले से पहले दोनों टीमें तीन बार आमने-सामने हो चुकी हैं। यूरो 2008 के क्वालिफायर्स में दोनों टीमें आपस में दो बार भिड़ीं और दोनों ही बार मैच बिना किसी गोल के समाप्त हुआ। इसके बाद नवंबर 2015 में जब दोनों टीमें दोस्ताना मैच में भिड़ीं तो क्रोएशिया ने 3-1 से जीत हासिल कर बाजी मारी। यह पहला मौका था जब यूएसएसआर के विघटन के बाद रूस विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचा है। इससे पहले सोवियत रूस की टीम 1958 से 1970 के बीच हुए फीफा विश्व कप में लगातार चार बार क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी।