कतर में हो रहे फीफा फुटबॉल विश्व कप 2022 में गुरुवार के दिन सबसे बड़ा उलटफेर जब जापान ने 2010 की विजेता स्पेन को हराते हुए न सिर्फ नॉकआउट दौर में जगह बनाई बल्कि 4 बार की विजेता जर्मनी को भी बाहर कर दिया। आखिरी बार 2014 में विश्व कप जीतने वाली जर्मनी की टीम लगातार दूसरी बार विश्व कप की ग्रुप स्टेज से बाहर हुई है।
जापान और स्पेन के मुकाबले में मैच का पहला गोल महज 11वें मिनट में स्पेन के लिए आ गया।अलवारो मोराटा ने ये गोल कर टीम को 1-0 से आगे कर दिया। यहां से लग रहा था कि स्पेन आसान जीत के साथ अगले दौर में पहुंचेगी।
लेकिन दूसरे हाफ के 48वें मिनट में जापान के रित्सू डोआन ने गोल दागा और तीन मिनट बाद ही आओ तनाका ने गोल कर जापान को 2-1 से आगे कर सभी को चौंका दिया। हालांकि इस गोल के गलत होने की चर्चा जोरों पर है क्योंकि गोल से ठीक पहले गेंद लाइन के बाहर गई नजर आ रही थी। इसके बाद कोई और गोल नहीं हुआ। खास बात ये है कि जापान के पास मैच के दौरान गेंद का पोजेशन केवल 17.7 फीसदी रहा जो विश्व कप में सबसे कम है।
वहीं दूसरे मुकाबले में जर्मनी ने पूरी कोशिश कर कोस्टा रिका को 4-2 से रोका। जर्मनी के लिए नार्बी ने 10वें मिनट में गोल किया, हावर्ट्ज ने 73वें और 85वें मिनट में गोल दागे जबकि फुलकर्ग ने भी 89वें मिनट में गोल किया। कोस्टा रिका के दो गोल में से एक गोल जर्मनी के गोलकीपर नुएर की गलती से आत्मघाती गोल के रूप में हुआ।
लेकिन जर्मनी इस जीत के बाद भी गोल डिफरेंस के आधार पर स्पेन से पिछड़ गई। अब सोशल मीडिया पर कुछ फैंस स्पेन की टीम पर जानबूझकर हारने का आरोप तक लगा रहे हैं क्योंकि इस हार के कारण ही जर्मनी बाहर हुई है।
ग्रुप ड्रॉ के बाद पहले से ही ग्रुप ई को 'ग्रुप ऑफ डेथ' माना जा रहा था। गुरुवार के आखिरी ग्रुप मुकाबलों से पहले स्पेन के पास एक जीत और एक ड्रॉ के साथ 4 अंक थे जबकि जापान के पास एक जीत के साथ 3 अंक थे। वहीं कोस्टा रिका के पास भी एक जीत के साथ 3 अंक थे और जर्मनी के पास केवल एक ड्रॉ के साथ 1 अंक था। ऐसे में राउंड ऑफ 16 में पहुंचने की संभावना सभी टीमों के पास थी।
जापान ने 2 जीत के साथ कुल 6 अंक पाए और ग्रुप ई टॉप किया वहीं स्पेन और जर्मनी, दोनों के पास तीसरे मैच के बाद 4-4 अंक रहे। लेकिन स्पेन का गोल डिफरेंस जर्मनी से बेहतर रहा, और सिर्फ इसी कारण से स्पेन अगले दौर में पहुंचने में कामयाब रही। लेकिन स्पेन के इस तरह बचते हुए राउंड ऑफ 16 में जाने से उनके कोच लुई एनरिके कुछ ज्यादा खुश दिखाई नहीं दिए। टीम भी जानती है कि उन्होने सिर्फ पहले मैच में कोस्टा रिका को 7-0 से हराकर तालियां बटोरीं। वहीं जर्मनी को पहले मैच में जापान के खिलाफ हार काफी भारी पड़ी।