इंग्लैंड की टीम ने बेहतरीन अंदाज में अपने फुटबॉल विश्व कप का आगाज किया है। ग्रुप बी के पहले मुकाबले में इंग्लैंड ने ईरान को 6-2 के अंतर से हराकर तीन अंक कमाए। इंग्लिश टीम के लिए बुकायो साका ने दो गोल दागे। मैच की शुरुआत से ही इंग्लैंड ने दबदबा बनाए रखा और ईरान को काफी कम मौके दिए। इंग्लिश कप्तान हैरी केन ने टीम को मजबूती से संभाले रखा और सभी खिलाड़ियों ने अपना 100 फीसदी देने का प्रयास किया।
मैच के शुरु होते ही ईरान को झटका लग गया जब उनके गोलकीपर अलिरेजा बेरानवान्ड और खिलाड़ी माजिद हुसैनी आपस में टकरा गए। हुसैनी का सर अलिरेजा के मुंह पर लगा जिससे उन्हें गहरी चोट आई औऱ इस कारण पहले हाफ में ही खेल काफी देर रुका रहा। अलिरेजा ने खेलने की कोशिश की लेकिन थोड़ी देर बाद उन्हें बाहर जाना पड़ा और सब्स्टिट्यूट के रूप में नए गोलकीपर ने जगह ली।

इसके बाद इंग्लैंड की टीम ने पहले हाफ में 85 फीसदी समय गेंद का पोजेशन रखा। युवा खिलाड़ी जूड बेलिंघम ने 35वें मिनट में बेहतरीन गोल कर इंग्लैंड को 1-0 की बढ़त दिलाई। इसके बाद 43वें मिनट में बुकायो साका ने गोल दागा। पहला हाफ खत्म होने से थोड़ी देर पहले रहीम स्टर्लिंग ने गोल कर टीम को 3-0 से आगे कर दिया। दूसरे हाफ में बुकायो साका ने 62वें मिनट में गोल दाग स्कोर 4-0 से इंग्लिश टीम के पक्ष में कर दिया।
ईरान के स्ट्राइकर मेहदी तेरेमी ने 65वें मिनट में गोल कर ईरान का खाता खोला। इसके बाद 71वें मिनट में मार्कस रशफोर्ड ने गोल कर इंग्लैंड की बढ़त 5-1 कर दी जबकि 89वें मिनट में जैक ग्रिलिश ने गोल कर इंग्लैंड के 6 गोल पूरे किए। तेरेमी ने पेनेल्टी के जरिए 90+1 मिनट में एक और गोल ईरान के नाम किया। लेकिन तब तक इंग्लैंड की जीत पक्की हो चुकी थी।
मैच से पहले दिक्कत, ईरानी खिलाड़ियों ने जताया विरोध

मैच के शुरु होने से पहले खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में काफी सीटें खाली दिख रही थीं। इसकी वजह थी फीफा के टिकट ऐप का खराब होना जिस कारण कई दर्शक टिकट के बावजूद स्टेडियम में एंट्री नहीं ले पा रहे थे। धीरे-धीरे हजारों की तादाद में दर्शकों ने स्टेडियम को भर दिया। ईरान के खिलाड़ियों ने अपने देश में चल रहे हिजाब विरोधी प्रदर्शनों का साथ देते हुए दमनकारी नीति अपना रही सरकार का विरोध खास अंदाज में किया और अपना राष्ट्रगान नहीं गाया।