गुरुवार को ईरान की राजधानी तेहरान के आजादी स्टेडियम में ईरान और कंबोडिया के बीच फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर का मैच खेला जा रहा था। इस मैच में ईरान ने कंबोडिया को 14-0 से हराया, लेकिन इसके अलावा इस मैच में एक और इतिहास बना। दरअसल ईरान में इस्लामिक क्रांति के 40 साल बाद पहली बार महिला फैंस को स्टेडियम में जाकर मैच देखने की अनुमति मिली। जानकारी के मुताबिक इस मैच को देखने के लिए लगभग 3500 महिलाएं मैदान में मौजूद थीं।
ईरान में अब 40 साल पुराना कट्टरपंथी कानून खत्म हो गया है। वहां 1979 इस्लामिक क्रांति के बाद से महिलाओं पर स्टेडियम में जाकर मैच देखने पर बैन लगा दिया गया था। ईरान की महिलाएं बिना बुर्का के सड़क पर भी नहीं चल सकती थीं। साथ ही उन्हें पुरुषों के साथ सड़क पर चलने पर भी मनाही थी। लेकिन तमाम विरोध के बाद गुरुवार को यह बैन खत्म हो गया और क्वालीफायर मैच में ईरान ने 14-0 से शानदार जीत दर्ज की।
आपको बता दें कि इससे पहले ईरान में किसी भी महिला को स्टेडियम में घुसने की इजाजत नहीं थी। इतना ही नहीं अगर कोई महिला ऐसा करती तो उसे छह महीने जेल की सजा मिलती थी। महिलाओं के लिए स्टेडियम में एक अलग सेक्शन बनाया गया था। इस दौरान ईरानी महिलाएं हाथों में झंडा लिए अपनी टीम का हौसला बढ़ाती हुई नज़र आईं।
इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है, जिसमें महिला फैंस अपनी टीम का उत्साह बढ़ाते हुए नजर आ रही हैं।
इस मैच को लेकर सोशल मीडिया में कई तस्वीरें साझा की गई हैं, तमाम लोगों ने ट्विटर पर अपनी खुशी जाहिर की। कई लोगों ने इसे ऐतिहासिक पल बताया क्योंकि पहली बार स्टेडियम में ईरान की जीत का जश्न महिलाएं भी मना रही थीं।