अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने मंगलवार को एक बयान में लिंगदोह के हवाले से लिखा है, "यह जानकर आश्चर्य हुआ कि देश के प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर राज्यों के फुटबॉल खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं।" प्रधानमंत्री पिछले सप्ताह मेघालय के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने लिंगदोह के अलावा उनके साथी खिलाड़ी एबोरलांग खोंगजी और मारलंकी सुटिंग का अपने भाषण में जिक्र किया था। उन्होंने साथ ही राज्य की फुटबॉल संरचना का भी जिक्र किया था। 2014 में लिंगदोह को एआईएफएफ ने साल के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ी का अवार्ड दिया था। उन्होंने कहा कि फुटबॉल में तारीफ मिलना खेल का हिस्सा है, लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा नाम लिया जाना एक विशेष अनुभूति है। उन्होंने कहा, "आपके सहयोग के लिए धन्यवाद मोदी जी।" उन्होंने कहा, "उनका फुटबॉल के बारे में बात करना काफी प्रेरणादायी है। मैं काफी खुश हूं कि मैंने अपने परिवार को गर्व करने का मौका दिया। मेरे माता-पिता, भाई, बहन सभी काफी खुश हैं।" एशिया कप क्वालीफायर में लाओस के खिलाफ होने वाले मैच को लिंगदोह ने काफी महत्वपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा, "भारतीय फुटबॉल के लिए यह महत्वपूर्ण मैच है। इस मैच से टीम का अगले कुछ सालों का कैलेंडर तय होगा। हमें पता चलेगा कि राष्ट्रीय टीम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलना है या नहीं। यह करो या मरो का मुकाबला है।" प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनके साप्ताहिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में अगले साल भारत की मेजबानी में होने वाले अंडर-17 फीफा विश्व कप का जिक्र करने पर लिंगदोह ने कहा कि इससे युवा पीढ़ी को प्ररेणा मिलेगी। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री द्वारा समर्थन मिलने से बच्चे खेल को लेकर और जूनूनी बनेंगे। वह भविष्य में फुटबाल को करियर के रूप में देखेंगे।" --आईएएनएस