भारत ने मुश्किलों के बाद मालदीव में हो रहे सैफ कप के फाइनल में जगह बनाने में कामयाबी पाई। अब भारतीय फुटबॉल टीम को फाइनल में किसी भी हालत में नेपाल को हराते हुए खिताब जीतना ही होगा। फीफा की विश्व रैंकिंग में भारतीय टीम 107 नंबर पर है जबकि नेपाल नेपाल की टीम 168 नंबर पर काबिज है। ऐसे में टीम इंडिया के लिए जरूरी है कि वो अपनी खिताब जीतने के इरादे से ही उतरे और किसी भी हालत में खिताब अपने नाम करे।
अटैक और जोरदार करना जरूरी
मालदीव में हो रही इस प्रतियोगिता की शुरुआत भारत के लिए खास नहीं रही। टीम ने बांग्लादेश और श्रीलंका जैसी टीमों के खिलाफ ड्रॉ खेला। 205वीं रैंकिंग वाली श्रीलंका के खिलाफ तो टीम ने गोलरहित ड्रॉ खेला। ऐसे में भारतीय फॉर्वर्ड्स को नेपाल के खिलाफ अपना अटैक बढ़ाना होगा। फॉरवर्ड मनवीर सिंह ने मालदीव के खिलाफ अहम मैच में गोल करते हुए पिछले 7 मैचों से आ रहा गोल का सूखा खत्म किया। इसी लय को बरकरार रखने की जरूरत होगी। भारत ने पूरे टूर्नामेंट में अभी तक कुल 5 गोल किए हैं जिनमें से 4 सुनील छेत्री के नाम हैं। ऐसे में टीम को छेत्री पर अपनी निर्भरता कम करनी होगी और बाकि फॉर्वर्ड को भी गोल करने के मौके तलाशने होंगे।
फाउल कम करे टीम
मालदीव के खिलाफ पिछले मैच में टीम ने काफी गलतियां की जिसक । खेल के खत्म होते होते सुभाशीष बोस भी दूसरे पीले कार्ड के साथ लाल कार्ड ले बैठे। प्रीतम कोटल के एक खतरनाक टैकल की वजह से मालदीव को पेनेल्टी मिल गई थी जिसे अशफाक अली ने गोल में बदल दिया था। भारत के चिंगलेनसाना सिंह, राहुल भेके, मंदर राव को भी पिछले गेम में पीला कार्ड दिखाया गया था। ऐसे में ये जरूरी है कि टीम सुदृढ़ होकर एकाग्रता के साथ खेल खेले और कम से कम गलतियां करने की कोशिश करे।
भारत ने आखिरी बार 2015 में इस चैंपियनशिप को जीता था और अभी तक कुल 7 बार इस खिताब को जीत चुका है। पिछली बार 2018 में टीम को फाइनल में मालदीव के हाथों 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था, और यही देखते हुए टीम को इस बार बिना ओवरकॉन्फिडेंस में आए नेपाल को बराबरी का प्रतिद्वंदी मानकर खेलना होगा। नेपाल और भारत के बीच अभी तक कुल 22 बार अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले हुए हैं जिनमें से 15 बार जीत भारत के खाते में आई है, और नेपाल को 2 मैचों में जीत मिली है जबकि 5 मैच ड्रॉ रहे हैं। वैसे सैफ कप 2021 के राउंड रॉबिन मुकाबले में नेपाल को भारतीय टीम 1-0 से मात दे चुकी है, लेकिन फिर भी अपने आंठवे सैफ खिताब को जीतने के लिए पूरा जोर लगाना होगा।