बंगलुरु एफसी ने सोमवार को खेले गए आईएसएल के मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान एफसी पुणे सिटी को उसी के घर में 3-0 से करारी शिकस्त दी। बंगलुरु के जीते के हीरो उसके कप्तान और भारत के स्टार फुटबॉलर सुनील छेत्री रहे। उन्होंने मैच में दो गोल दागे वहीं एक गोल मिकु ने किए। इस मैच में बंगलुरु के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह सिंधू ने भी शानदार प्रदर्शन किया जिससे पुणे की टीम कभी हावी नहीं हो पाई। छेत्री ने पहले हाफ में दो गोल से मेजबान को पीछे धकेला तो वहीं मिकू ने दूसरे हाफ में गोल दागकर बंगलुरु की जीत पक्की की।
बंगलुरु अब अंक तालिका में नंबर एक पर काबिज है। उसके तीन मैचों में दो जीत और एक ड्रॉ से कुल सात अंक हो गए हैं। नॉर्थईस्ट एफसी भी सात अंकों के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर बरकरार है। दरअसल गोल अंतर के कारण उसे एक स्थान पीछे रहना पड़ा।
मैच की शुरुआत में दोनों टीमें काफी धीमी लग रही थी। हालांकि शुरुआती 15 मिनट में ही बंगलुरु के मिकू के पास गोल करने का एक मौका आया। उन्होंने मैट मिल्स से गेंद लेकर बॉक्स के भीतर घुसते हुए गोलपोस्ट पर निशाना साधा । वे गेंद पर सही नियंत्रण नहीं बैठा सके और शॉट कामयाब गोल में नहीं बदल पाया। मैच के 19वें मिनट में पुणे के स्टार मार्सेलिन्हो ने भी गोल करने की कोशिश की लेकिन गुरप्रीत के शानदार बचाव ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। लगभग 25 गज की दूरी से मार्सेलिन्हो ने कर्लिग शॉट लगाई लेकिन संधू को नहीं छका सके।
अगले मिनट में ही बंगलुरु की टीम भी हरकत में आ गई। उसने काउंटर अटैक किया और खेल में तेजी दिखाई। हालांकि इसके बाद बंगलुरु के कप्तान ने दो मिनट के भीतर दो गोल दाग कर पुणे की कमर तोड़ दी। उन्होंने पहला गोल मैच के 41वें मिनट में किया। दिमास डेलगाडो ने छेत्री को हवा में पास दिया जिसके बाद कप्तान ने गेंद पर नियंत्रण बनाकर उसे आसानी से नेट में पहुंचा दिया। 43वें मिनट में छेत्री को एक और मौका मिला जिसे भुनाने में उन्होंने कोई गलती नहीं की। इस बार मिकू ने बॉक्स के भीतर गेंद छेत्री के पास पहुंचाई। हालांकि उनके सामने सार्थक खड़े थे लेकिन छेत्री ने चतुराई से गेंद उनके दाहिने कोने से कटाई और गोलकीपर को छकाते हुए उसे गोलपोस्ट तक पहुंचा दिया। इसके साथ ही बंगलुरु की टीम 2-0 से आगे हो गई।
पहले हॉफ के अंत तक मिकू ने गोल का एक और मौका बनाया लेकिन वे नाकाम रहे। हालांकि दूसरे हाफ में उन्होंने इसकी भरपाई की और टीम के लिए गोल दागकर उसकी जीत सुनिश्चित की।अल्बर्ट फ्लोरेंस ने मिकू को बॉक्स के भीतर गेंद दी। मिकू ने बिना कोई गलती किए गेंद को नेट में डालकर टीम को 3-0 से आगे कर दिया। इसके बाद पुणे के खिलाड़ियों ने भी हमले की कोशिश की। मैच के 67वें मिनट में डिएगो कार्लोस ने गोल करने की कोशिश की लेकिन उनके शॉट को संधू ने नाकाम किया। संधू ने इसके बाद मैच के 79वें मिनट में मार्सेलो के प्रयास को भी खूबसूरती से नाकाम किया।