मुंबई सिटी एफसी ने शुक्रवार को आईएसएल के कड़े मुकाबले में चिर प्रतिद्वंद्वी पुणे सिटी को 2-0 से हराकर अपनी पहली जीत दर्ज की। मुंबई के लिए मोदोउ साउगोउ ने मैच के 25वें मिनट में गोल दागा। इसके बाद 45वें मिनट में पेनल्टी पर गोल कर राफेल बॉस्तोस ने टीम को जीत दिला दी। मुंबई की टीम तीन मैचों में पहली जीत से तीन अंक लेकर छठे स्थान पर है वहीं पुणे दो मैचों में एक अंक से नौंवे स्थान पर है।
मुंबई की शुरुआत अच्छी रही वहीं पुणे ने आक्रमक शुरुआत कर पहले मिनट में ही मेजबान टीम को चेतावनी दे दी। उसके लालचुनामावई फनाई ने मुंबई की अग्रिम पंक्ति को तोड़ा और बाईं छोर से अपने कप्तान इमिलियानों अल्फारो को गेंद सौंपी। अल्फारो ने गेंद को हेडर से दिशा दी लेकिन वह पोस्ट के बाहर चली गई। मुंबई भी इसके बाद आक्रमक हो गया और छठे मिनट में ही उसके कप्तान पाउलो मचाडो ने गोलपोस्ट पर निशाना साध दिया। हालांकि उनका प्रयास विफल रहा। मैच के पहले दस मिनट के भीतर ही पुणे के अशिके कुरियन को खराब व्यवहार के लिए रेफरी ने पीला कार्ड दिखाया।
पुणे की शुरुआती आक्रमकता काम नहीं आ रही थी। उधर मुंबई भी धीरे-धीरे अपने आक्रमण को तेज कर रहा था। 25वें मिनट में मुंबई ने गोल कर पुणे पर दबाव बना दिया। यह गोल मुंबई के दमदार और पुणे के खराब किस्मत का भी नतिजा कहा जा सकता है। राफेल बास्तोस ने बाएं छोर से गेंद को नेट में डालने की कोशिश की जो पोल से टकरा कर वापस आ गई। मोदोउ साउगोउ ने गेंद को आसानी से नेट में डाल कर मुंबई को 1-0 से आगे कर दिया।
तीन मिनट बाद ही मुंबई के पास अपनी बढ़त दोगुना करने का बेहतरीन मौका था। हालांकि आर्नल्ड इस्सोको के शॉट के बीच में पुणे के गोलकीपर विशाल आ गए। पुणे अभी पहले गोल के सदमे से बाहर भी नहीं निकला कि 45वें मिनट में मुंबई ने एक और गोल दाग कर उसे पीछे धकेल दिया। फानाई द्वारा साउगोउ को गिराने के बाद मुंबई को पेनल्टी मिली। इसके बाद बॉस्तोस ने बिना गलती किए गेंद को गोल में डाल दिया।
पहले हाफ में ही 2-0 की बढ़त हासिल कर चुकी मुंबई की टीम दूसरे हाफ में काफी रक्षात्मक नजर आ रही थी। उसका मुख्य लक्ष्य गेंद को अपने पाले में रखना और उनके आक्रमण को रोकना था। मैच के 59वें मिनट में पुणे ने अपनी टीम में बदलाव करते हुए निखिल पुजारी को बाहर कर गुरतेज सिंह को मैदान पर उतारा। इसके महज एक मिनट पहले ही मुंबई एक और गोल करने से चूक गया था।
मुंबई ने भी मैच के 66वें मिनट में साउगोउ को बाहर कर मोहम्मद रफीक को मैदान पर उतारा। इससे पहले पुणे के लिए अल्फारो ने एक मौका बनाया और गोल करने की भी भरपूर कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। उनका शॉट गोलपोस्ट से बाहर चला गया। इंजुरी टाइम में मुंबई को एक और पेनल्टी मिली। मुंबई के पास इसके सहारे 3-0 से जीत दर्ज करने का मौका था लेकिन पुणे के गोलकीपर ने शानदार खेल दिखाते हुए लुसिया गोइयन की किक को रोक दिया। इसके साथ ही मुंबई को तीसरे गोल से भी महरूम कर दिया।