नार्थईस्ट युनाइटेड को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए अपने बाकी बचे दोनों मैचों से अधिकतम अंक जुटाने हैं। शीर्ष-4 में जगह बनाने के लिए उसके लिए यही अंतिम मिशन है। बेशक यह नॉर्थईस्ट सेमीफाइनल में पहुंचने को लेकर आशान्वित चार टीमों में से एक है लेकिन उसके लिए आगे का सफर अब करो या मरो वाला हो गया है। नील विंगाडा की टीम को अपने अंतिम मैच में चेन्नयन एफसी के खिलाफ बुरी हार मिलनी तय दिख रही थी लेकिन अंतिम मिनट में शौविक घोष ने गोल करते हुए अपनी टीम को एक अंक दिलाया। इसी अंक की बदौलत वह आज अंतिम-4 की दौड़ में बना हुआ है। विंगाडा को बाकी बचे मैचों के लिहाज से अपने टीम संयोजन को लेकर काफी मेहनत करनी होगी। कोफ्पी नाद्री और निकोलस वेलेज को तीन-तीन पीले कार्ड मिल चुके हैं और अगर उन्हें एक और पीला कार्ड मिला तो फिर उनका एक मैच से बाहर होना तय है। ऐसे में ये खिलाड़ी केरल के साथ होने वाले अहम मुकाबले में नहीं खेल सकेंगे। नार्थईस्ट का सौभाग्य है कि उसके स्टार खिलाड़ी रोवलिन बोर्गेस मैदान में लौट आए हैं। वह एक मैच के निलंबन के बाद वापसी कर रहे हैं। इसके अलावा विंगाडा अपने जापानी मिडफील्डर कात्सुमी युसा को भी अंतिम एकादश में शामिल करना चाहेंगे। दिल्ली के लिए चिंता की कोई बात नहीं है। उसके खाते में 20 अंक हैं और अब वह अपने अंतिम मुकाबलों में से एक के लिए तैयार है। उसने अपने घर में एफसी गोवा को 5-1 से हराया था और इस लिहाज से उसका मनोबल सातवें आसमान पर है। अगले महीने मुम्बई सिटी एफसी के खिलाफ अपना अंतिम मैच खेलने के लिए तैयार दिल्ली के सेमीफाइनल में पहुंचने की प्रबल संभावना है। ऐसे में जाम्ब्रोता अपने कुछ अहम खिलाड़ियों को आराम देना चाहेंगे। --आईएएनएस