कल्याण चौबे बने भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष, बाईचुंग भूटिया को हराया

देश के इतिहास में पहली बार कोई पूर्व खिलाड़ी AIFF का अध्यक्ष चुना गया है।
देश के इतिहास में पहली बार कोई पूर्व खिलाड़ी AIFF का अध्यक्ष चुना गया है।

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ यानी AIFF (All India Football Federation) को कल्याण चौबे के रूप में नया निर्वाचित अध्यक्ष मिल गया है। पूर्व फुटबॉलर रहे चौबे को AIFF के अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में पूर्व भारतीय फुटबॉल कप्तान बाईचुंग भूटिया के खिलाफ 33-1 से जीत मिली। देश के अलग-अलग हिस्सों की कुल 34 फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा चुनाव में वोटिंग की गई और कल्याण चौबे भारी मतों से विजयी रहे।

चौबे मोहन बागान और ईस्ट बंगाल जैसे क्लबों के गोलकीपर रह चुके हैं और वर्तमान में पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के नेता भी हैं। चौबे भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष बनने वाले पहले पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। उनसे पहले राजनेता प्रफुल्ल पटेल करीब 13 सालों तक AIFF के अध्यक्ष रहे थे। 45 साल के चौबे शुरुआत से ही अध्यक्ष चुने जाने के मामले में सबसे आगे थे। बाईचुंग भूटिया ने आखिरी पलों में चुनाव के लिए नामांकन भरा था। भूटिया ने चुनाव के बाद चौबे को बधाई दी है।

चुनाव जीतने के बाद कल्याण चौबे ने देश में फुटबॉल को मजबूती देने के लिए सभी को साथ लेकर चलने की बात कही।

हम देश में फुटबॉल के सभी हितधारकों को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे। फिलहाल हम एक शॉर्ट-टर्म प्लान पर काम करेंगे जिसके बाद इस महीने के अंत में कोलकाता में बैठक होगी। पिछले 19 महीनों से हम सुप्रीम कोर्ट में आज के दिन के लिए लड़ाई लड़ते आ रहे थे। मैं कोशिश करुंगा कि देश के सभी प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ मिलकर देश में फुटबॉल से जुड़ी चुनौतियों पर काम करुं। 100 दिनों के बाद भारतीय फुटबॉल के लिए रोडमैप को सभी के सामने लाया जाएगा।

देश में फुटबॉल की दशा को देखकर सुप्रीम कोर्ट ने मई 2022 में AIFF के अधिकार छीनकर 3 सदस्यों की प्रशासकीय समिति (CoA) बनाई। फीफा ने CoA की बढ़ती दखलअंदाजी की वजह से 14 अगस्त को AIFF को सस्पेंड कर दिया था। फिर सुप्रीम कोर्ट ने CoA को खत्म किया और चुनाव की घोषणा हुई। कर्नाटक संघ के एनए हैरिस को उपाध्यक्ष चुना गया और किपा अजय ट्रेजरार चुने गए। इनके अलावा 20 सदस्य कार्यकारिणी के लिए भी चुने गए।