मोहन बागान क्लब का यह 14वां फेड कप खिताब है और 19 बार वह इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच चुका है। हालांकि, क्लब की यह 2008 के बाद पहली जीत है। फेड कप के फाइनल मुकाबले के पहले चरण में दोनों टीमों की ओर से एक भी गोल नहीं हुआ, जबकि दूसरे चरण के बाद दबदबा बनाते हुए मोहन बागान के लिए सोनी नोर्दे (48वें मिनट), धनाचंदर सिंह (58वें और 88वें मिनट), जेजे (73वें मिनट), बिक्रमजीत सिंह (82वें मिनट) गोल दागे। यह टूर्नामेंट के फाइनल का दोनों टीमों के बीच अब तक का सबसे बड़ा स्कोर अंतर है। भारत के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी जेजे टूर्नामेंट के सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बने। उन्होंने पांच मुकाबलों में आठ गोल किए। इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में मुकाबले की शुरुआत काफी विस्फोटक रूप से हुई थी। दोनों ही टीमों के बीच पहले गोल करने की होड़ लगी हुई थी। मुकाबले के मध्यांतर तक दोनों टीमों की ओर से एक भी गोल नहीं डाला गया। मोहन बागान और आइजोल एक दूसरे के गोल करने के इरादों पर पानी फेरते रहे। मध्यांतर के बाद रफ्तार पकड़ते हुए सोनी ने 48वें मिनट में पहला गोल दागकर टीम का खाता खोला और इस मुकाबले का समापन जेजे ने किया। उन्हें टीम में अजहरुद्दीन मालिक के स्थान पर शामिल किया गया था। --आईएएनएस