एशिया की सबसे बड़ी फुटबॉल प्रतियोगिता AFC एशियन कप के अपने तीसरे ग्रुप मैच में भारत को सीरिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा। 1-0 से मिली इस हार के साथ ही लगातार तीन मैच गंवाते हुए भारतीय टीम ने अपना निराशाजनक सफर समाप्त किया। पिछले 4 दशकों में इस टूर्नामेंट में किया गया भारतीय टीम का यह सबसे खराब प्रदर्शन है। प्रतियोगिता में भाग ले रही 24 टीमों में से भारतीय टीम आखिरी नंबर पर है।
कतर में हो रहे टूर्नामेंट में ग्रुप बी के अपने पहले दो मैच हारने वाली भारतीय टीम से उम्मीद थी कि वह सीरिया को मात देकर नॉकआउट दौर में पहुंचने का प्रयास करेगी। सीरिया के खिलाफ अल-खोर के अल बायत स्टेडियम में हुए मुकाबले के पहले हाफ में तो भारतीय टीम डिफेंस करती दिखी, लेकिन दूसरे हाफ में टीम के खिलाड़ियों के प्रयास नाकाफी साबित हुए। 76वें मिनट में ओमार खिरबिन ने गोल कर सीरिया को 1-0 से बढ़त दिला दी और भारत की सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
भारतीय टीम इससे पहले ग्रुप स्टेज में ऑस्ट्रेलिया और उजबेकिस्तान के हाथों मात खा चुकी थी। टूर्नामेंट में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम के कोच आइगर स्टिमैक ने सोशल मीडिया पर फैंस से माफी मांगी। लेकिन भारतीय फुटबॉल फैंस इस प्रदर्शन से खासे निराश हैं और अपनी नाराजगी लगातार सोशल मीडिया पर जाहिर कर रहे हैं। यह हार इसलिए भी निराश करने वाली है क्योंकि सीरियाई टीम इस एक मैच को जीतकर नॉकआउट दौर में पहुंच गई है।
साल 1956 में AFC एशियन कप की शुरुआत हुई थी। एशियन फुटबॉल कन्फेडेरेशन की ओर से आयोजित इस प्रतियोगिता के जरिए एशिया को उसकी सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल टीम मिलती है। भारत ने अब तक हुए 18 संस्करणों में से पांच - साल 1964, 1984, 2011, 2019 और 2023 में इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया। साल 1964 में टीम ने ऐतिहासिक प्रदर्शन कर उपविजेता बनने का गौरव हासिल किया था। 1984 में टीम 10वें नंबर पर रही, जबकि 2011 में 16वें और 2019 में टीम 17वें स्थान पर रही थी। लेकिन 2023 में ना ही टीम ने कोई मैच जीता, ना ही कोई गोल किया और ना ही कोई मैच ड्रॉ कर एक भी अंक कमाया।