पुर्तगाल के कप्तान क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने मंगलवार को सर्बिया के खिलाफ विश्व कप क्वालीफायर मुकाबले में अपना आर्मबैंड गुस्से में फेंक दिया था। दरअसल, क्रिस्टियानो रोनाल्डो का विजयी गोल रेफरी ने मान्य नहीं दिया, जिससे नाराज होकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने गुस्से में अपना बैंड दूर फेंका और टनल की तरफ चले गए। पुर्तगाल और सर्बिया के बीच यह मुकाबला 2-2 की बराबरी पर खत्म हुआ। सर्बिया के एक चैरिटी ग्रुप ने काफी कोशिश के बाद स्टेडियम के कर्मचारी से आर्मबैंड हासिल किया। यह चैरिटी ग्रुप एक 6 महीने के बच्चे की सर्जरी के लिए पैसा जुटाने में लगा हुआ है।
ग्रुप ने कहा कि सी (कैप्टन) लिखा हुआ ब्लू बैंड अगले तीन दिनों तक ऑनलाइन नीलाम किया जाएगा। रोनाल्डो ने आखिरी व्हसिल बजने से पहले ही यह हरकत कर दी थी कि वह मैदान से बाहर चले गए थे। उन्होंने स्टॉपेज टाइम में सर्बियाई गोलकीपर की तरफ गोल जमाया, लेकिन इसे अमान्य करार दिया गया।
टनल की तरफ बढ़ते हुए क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने गुस्से में अपना कप्तानी वाला आर्मबैंड नीचे फेंक दिया था। रोनाल्डो को इस एक्शन के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा और कुछ लोगों का मानना है कि रोनाल्डो पर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।
रोनाल्डो हमेशा रहेंगे पुर्तगाल के कप्तान: कोच
पुर्तगाल के कोच फर्नांडो सांतोस ने स्पष्ट कर दिया है कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो हमेशा पुर्तगाल के कप्तान बने रहेंगे। सांतोस ने कहा, 'जी हां, क्रिस्टियानो रोनाल्डो हमेशा आर्मबैंड अपने पास रखेंगे। क्रिस्टियानो रोनाल्डो राष्ट्रीय उदाहरण हैं। अगर वह मैनेजर की बात नहीं मानते, अपने टीम वालों या फिर संघ के खिलाफ खराब बर्ताव करते तो हमें स्थिति पर कुछ विचार करना पड़ता। मगर उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया।'
फर्नांडो सांतोस ने आगे कहा, 'यह बड़ी निराशा वाला पल था। हम उस खिलाड़ी के बारे में बात कर रहे हैं तो मात नहीं खाता जब बात उसके जीतने की उत्सुकता पर आती है। कोई यह नहीं कहेगा कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो की हरकत अच्छी थी। मगर इसमें भी किसी विचार की जरूरत नहीं कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो कप्तान रहेंगे या नहीं। मैं बहुत ही स्पष्ट रूप से बता देना चाहता हूं कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो हमेशा पुर्तगाल के कप्तान रहेंगे।'
यूएफा ने कहा कि रोनाल्डो का गोल मान्य होता अगर सर्बिया और पुर्तगाल दोनों की फुटबॉल शासकीय ईकाई इस बात पर राजी होती कि गोल लाइन तकनीक का उपयोग करना है। अगर इस बात पर सहमति बनती तो रोनाल्डो का गोल मान्य होता।