इंग्लैंड की महिला टीम फुटबॉल विश्व कप के फाइनल में पहुंच गई है। सिडनी में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लिश टीम ने मेजबान देश ऑस्ट्रेलिया को 3-1 से हराते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की। अब रविवार को होने वाले फाइनल में इंग्लैंड का सामना स्पेन से होगा और इस बार नया विश्व चैंपियन दुनिया के सामने होगा।
स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में पहला गोल इंग्लैंड की एला टून ने 36वें मिनट में दागा। विश्व रैंकिंग में नंबर 4 पर काबिज इंग्लैंड को इस गोल के बाद थोड़ा संघर्ष करना पड़ा। 10वीं रैंकिंग वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए 63वें मिनट में कप्तान समांथा कैर ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। लेकिन 71वें मिनट में इंग्लैंड की लॉरेन हेम्प और 86वें मिनट में एलिसिया रुसो के गोल की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत पक्की कर ली।
इंग्लैंड की टीम इससे पहले कभी भी सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई थी। साल 1995 में टीम ने पहला विश्व कप खेल क्वार्टर-फाइनल तक का सफर तय किया। 2007 और 2011 में भी टीम अंतिम-8 तक ही पहुंची। साल 2015 में टीम तीसरे जबकि 2019 में चौथे स्थान पर रही।
वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ विश्व कप साबित हुआ है। 1995, 1999, 2003 के संस्करणों में टीम ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई थी जबकि 2007, 2011 और 2015 में क्वार्टरफाइनल तक पहुंची। साल 2019 में हुए पिछले संस्करण में ऑस्ट्रेलियाई टीम राउंड ऑफ 16 से आगे नहीं बढ़ पाई थी। अब 19 अगस्त को तीसरे स्थान के लिए होने वाले मैच में ऑस्ट्रेलिया का सामना स्वीडन से होगा।
रोमांचक फाइनल की उम्मीद
अब 20 अगस्त को सिडनी के ही स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया में फाइनल खेला जाएगा। इंग्लैंड और स्पेन की टीमें अपने पहले विश्व खिताब के लिए भिड़ेंगी। स्पेनिश टीम ने जहां ग्रुप स्टेज में जापान के हाथों 4-0 से बड़ी मात खाई थी तो वहीं इंग्लिश टीम ने एक भी मैच नहीं गंवाया। ऐसे में मैच में इंग्लिश टीम को जीत का दावेदार माना जा रहा है लेकिन स्पेनिश टीम के मैच में आखिरी मिनटों में गोल करने की क्षमता के कारण मुकाबला रोमांचक भी हो सकता है।