अगले महीने चीन में आयोजित होने वाले एशियन गेम्स के लिए भारतीय फुटबॉल टीम का ऐलान कर दिया गया है। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) की वेबसाइट पर आधिकारिक रूप से जारी सूची में 22 सदस्यीय टीम की घोषणा की गई है जिसमें बतौर तीन सीनियर खिलाड़ी भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री, डिफेंडर संदेश झिंगन एवं गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू शामिल किए गए हैं। भारतीय पुरुष टीम के कोच आइगर स्टिमैक ने खुद इन 22 खिलाड़ियों को चुना है।
नियमानुसार इस प्रकार के खेल आयोजनों में फुटबॉल की स्पर्धा में 23 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति होती है लेकिन हर टीम में तीन सीनियर खिलाड़ियों को रखा जा सकता है। इसी कारण छेत्री, झिंगन और गुरप्रीत टीम में शामिल किए गए हैं। इस बार एशियन गेम्स आयोजकों ने विशेष छूट देते हुए अंडर-23 के स्थान पर अंडर-24 की उम्र के दायरे में शामिल खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति दी है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि एशियन गेम्स का आयोजन साल 2022 में किया जाना था लेकिन कोविड-19 के कारण इसका आयोजन एक साल आगे बढ़ाया गया।
भारतीय टीम को इन एशियन गेम्स में यहां तक का सफर तय करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है। भारतीय ओलंपिक संघ के नियमों के अनुसार एशिया में टॉप-8 की रैंकिंग में आने पर ही भारतीय टीम को एशियन गेम्स में जाने का मौका मिल सकता था। इसी कारण पिछली बार 2018 के खेलों में भी भारत ने फुटबॉल टीम नहीं भेजी थी। इस बार भी भारत की ओर से फुटबॉल टीम को नहीं भेजे जाने का फैसला हुआ था लेकिन देशभर के फुटबॉल प्रेमियों ने लगातार ऑनलाइन मुहिम चलाई और आखिरकार खेल मंत्रालय ने भारत की महिला एवं पुरुष, दोनों ही फुटबॉल टीमों को इन खेलों के लिए भेजने का ऐलान कर लिया।
पुरुषों की फुटबॉल स्पर्धा में कुल 23 टीमें एशियन गेम्स में भाग लेंगी। 5 ग्रुपों में चार-चार टीमें रखी गई हैं जबकि आखिरी ग्रुप में तीन टीमें शामिल हैं। भारत को मेजबान चीन, बांग्लादेश और म्यांमार के साथ ग्रुप ए में रखा गया है। हर ग्रुप से दो-दो टीमें अंतिम-16 में पहुंचेंगीं, जबकि इसके बाद हर ग्रुप में तीसरे स्थान पर रहीं टीमों का आंकलन कर टॉप 4 टीमों को भी नॉकआउट में स्थान मिलेगा। भारतीय टीम 19 सितंबर को म्यांमार के खिलाफ अपना अभियान शुरु करेगी। 22 सितंबर को टीम का सामना बांग्लादेश से होगा जबकि 24 सितंबर को टीम चीन से भिड़ेगी।
दो बार का विजेता है भारत
भारतीय फुटबॉल टीम ने साल 1951 में हुए पहले एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल हासिल किया था। साल 1958 में भारतीय टीम चौथे स्थान पर रही थी। 1962 में टीम इंडिया ने एक बार फिर इन खेलों में गोल्ड जीता। वहीं 1970 में भारत तीसरे स्थान पर रहा। इसके बाद से ही भारत ने कभी पोडियम फिनिश नहीं किया। लेकिन इस बार देश के फुटबॉल फैंस को उम्मीद है कि उनकी टीम कोई न कोई मेडल जीतने में जरूर कामयाब होगी।