इंडियन सुपर लीग के आठवें सीजन के सभी लीग मुकाबले खत्म होने के बाद सेमीफाइनल लाइन-अप तय हो गई है। सेमीफाइनल में हैदराबाद एफसी, जमशदेपुर एफसी, एटीके मोहन बगान और केरला ब्लास्टर्स ने जगह पहले ही बना ली थी और अब सेमीफाइनल प्लेऑफ के लिए मुकाबले तय हो गए हैं। सेमीफाइनल प्लेऑफ में जमशेदपुर एफसी का सामना केरला ब्लास्टर्स से होगा और दूसरे सेमीफाइनल प्लेऑफ में एटीके मोहन बगान के सामने हैदराबाद एफसी होगी।
मिलेगा नया चैंपियन
इस सीजन नया चैंपियन मिलना तय हो चुका है। सेमीफाइनल में पहुंची सभी टीमें एक बार भी खिताब जीत नहीं पाई हैं। एटीके मोहन बगान के रूप में कोलकाता की टीम ने पिछले साल ही पदार्पण किया। इसके पहले एटलेटिको डी कोलकाता के रूप में कोलकाता की टीम ने 2014, 2016 और 2019-20 सीजन यानी 3 बार ट्रॉफी जीती। अब एटीके मोहन बगान के रूप में खेल रही टीम ने पिछले साल फाइनल तक का सफर तय किया था लेकिन यहां मुंबई से हार गई थी। केरला ब्लास्टर्स साल 2014 और 2016 में फाइनल में एटीके से हारी थी। वहीं हैदराबाद और जमशदेपुर की टीमें पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची हैं। ऐसे में इस बार एक नई टीम के हाथों में विजेता की ट्रॉफी मिलना पक्का है।
कब होंगे मैच -
सेमीफाइनल I : फर्स्ट लेग - 11 मार्च : जमशेदपुर एफसी vs केरला ब्लास्टर्स
सेमीफाइनल I : सेकेंड लेग - 15 मार्च : जमशेदपुर एफसी vs केरला ब्लास्टर्स
सेमीफाइनल II : फर्स्ट लेग - 12 मार्च : हैदराबाद एफसी vs एटीके मोहन बगान
सेमीफाइनल II : फर्स्ट लेग - 16 मार्च : हैदराबाद एफसी vs एटीके मोहन बगान
इस सीजन का फाइनल मुकाबला 20 मार्च को खेला जाएगा।
जमशेदपुर ने पिछले 11 मुकाबलों में से 10 मुकाबलों में जीत दर्ज की और इनमें पिछले 7 मुकाबले लगातार जीतते हुए इस सीजन की लीग शील्ड पर कब्जा किया। पहली बार लीग के सेमीफाइनल में पहुंची जमशेदपुर ने लीग शील्ड जीतकर अपने फैंस के साथ ही लीग के सभी फैंस का भी दिल जीता है। टीम फिलहाल खिताब की सबसे प्रबल दावेदार दिख रही है। वहीं एटीके और हैदराबाद के बीच के मुकाबलों में भी काफी जान होगी।
मुंबई ने किया निराश
इस सीजन जिस टीम ने अपने फैंस को सबसे ज्यादा निराश किया वो रही गत चैंपियन मुंबई। पहले लेग की शुरुआत में अपने 6 में से 5 मैच जीतकर टीम अंक तालिका में टॉप पर पहुंच गई थी। लेकिन इसके बाद लगातार 7 मैचों में बिना जीत के टीम ने खराब प्रदर्शन किया। एक समय मुंबई बाकि टीमों से अंकों के मामले में बहुत आगे थी, लेकिन दूसरे लेग की समाप्ति पर टीम पांचवे स्थान पर रह गई और सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गई।