केरला ब्लास्टर्स की टीम इंडियन सुपर लीग के 2021-22 सीजन के फाइनल में पहुंच गई है। टीम ने सेमीफाइनल के दूसरे लेग में जमशेदपुर के साथ 1-1 से ड्रॉ खेला और पहले लेग में मिली 1-0 की जीत से एग्रीगेट के आधार पर 2-1 से जीत दर्ज की। केरला की टीम ने तीसरी बार फाइनल में स्थान पक्का किया है। लीग के पहले सीजन में साल 2014 में टीम फाइनल में पहुंची थी, जबकि 2016 में भी टीम ने खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी, हालांकि टीम दोनों बार फाइनल में हार गई। अब पूरे 6 साल बाद फैंस केरला ब्लास्टर्स को फाइनल खेलते देखेंगे।
वहीं पूरे टूर्नामेंट में दबदबा बनाए रखने वाली जमशेदपुर की टीम के हाथों दूसरे लेग के मैच में निराशा हाथ लगी। जमशेदपुर मैच की शुरुआत में ही पहले लेग में मिली हार के कारण एग्रीगेट में 1-0 से पीछे थी। इसके बाद पूरे मैच में केरला के खिलाड़ियों ने कप्तान पीटर हार्टली और उनकी टीम को काफी थकाया और पिछले मैच की तरह ही अपने मजबूत डिफेंस के आगे उनकी नहीं चलने दी।
जमशेदपुर ने लीग मैचों में टेबल टॉप किया था और पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची थी। टीम को शील्ड भी मिली थी, लेकिन खिताबी मुकाबले में न पहुंच पाने का गम टीम के सभी खिलाड़ियों और कोच ओवेन कोएल्स के चेहरे पर साफ दिख रहा था।
चला लूना का जादू
केरला ब्लास्टर्स के लिए मैच की शुरुआत में ही दूसरे मिनट में अलवारो वाजकेज के पास आसान गोल का मौका था लेकिन उनका शॉट गोल पोस्ट से काफी दूर डिफलेक्ट हुआ। छठे मिनट में फिर वाजकेज ने गोल का एक मौका गंवाया। पिछले मैच के हीरो रहे सहल अब्दुल समद की गैरमौजूदगी मे खेल रही टीम के लिए 18वें मिनट में केरला ब्लास्टर्स के कप्तान एड्रियन लूना ने वाजकेज की मदद से बेहतरीन गोल कर केरल को 1-0 से आगे कर दिया और जमशेदपुर की मुश्किलें बढ़ा दीं।
दूसरे हाफ में 50वें मिनट में प्रणॉय हलदार ने जमशेदपुर के लिए गोल किया जिससे स्कोर 1-1 से बराबर हो गया और एग्रीगेट में केरल 2-1 से आगे थी। हालांकि ये हैंडबॉल था, लेकिन इसे रेफरी ने गोल ही करार दिया। इसके बाद पूरे दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने काफी कोशिशें कीं और मैच काफी इंटेस रहा लेकिन एक और गोल नहीं हो पाया। 90 मिनट के बाद 5 मिनट के एक्स्ट्रा टाइम में केरला ने खेल को धीमा करने की कोशिश की और इसमें कामयाबी भी हासिल की।
हैंडबॉल किए नजरअंदाज
मैच में 3 साफ मौके आए जहां जमशेदपुर के खिलाड़ियों के हाथों गेंद लगी। लेकिन रेफरी ने इसे हैंडबॉल करार नहीं दिया। यहां तक कि जमशेदपुर के प्रणॉय हलदर ने जो पहला गोल किया था उसमें भी उनका हाथ गेंद को छूके निकला था, लेकिन इसे गोल करार दिया गया। केरल के खिलाड़ी इससे काफी नाखुश दिखे। मैच में कुल 5 बार खिलाड़ियों की पीला कार्ड दिखाया गया। केरल के 4 खिलाड़ियों को येलो कार्ड की चेतावनी मिली जबकि एक्सट्रा टाइम में एक कार्ड जमशेदपुर की टीम के खिलाड़ी को भी दिया गया।
कोच को भी मिला पीला कार्ड
सेमीफाइनल के दूसरे लेग के मैच में कई मौकों पर दोनों टीम के कोच लगातार रेफरी पर गुस्सा जाहिर करते हुए अपनी मांग कर रहे थे। दोनों टीमों के डगआउट का माहौल पूरे मैच में गर्म रहा जिसके फलस्वरूप मिनट में जमशेदपुर के कोच ओवेन कोएल्स को पहले पीला कार्ड दिखाया गया। इसके बाद 80वें मिनट में टेक्निकल एरिया में कदम रखने के चलते केरला ब्लास्टर्स के कोच ईवान वुकोमानोविच को भी पीला कार्ड दिखाया।
फाइनल की तैयारी
अब फाइनल की दूसरी टीम का फैसला 16 मार्च को दूसरे सेमीफाइनल के दूसरे लेग के मैच से होगा जहां हैदराबाद और एटीके मोहन बगान आमने-सामने होंगी। हैदराबाद ने पहले लेग में एटीके को 3-1 से मात दी थी, और दूसरे लेग में हैदराबाद कॉन्फिडेंस से उतरेगी क्योंकि उनके पास 2 गोल की बढ़त है। वहीं पिछले सीजन की उपविजेता रही एटीके इस मैच में जीत दर्ज कर फाइनल में लगातार दूसरी बार पहुंचना चाहेगी। मैच 16 मार्च को शाम 7.30 बजे से गोवा के बाम्बोलिम एथलेटिक स्टेडियम में खेला जाएगा।
लीग का फाइनल मुकाबला 20 मार्च को शाम 7.30 बजे से गोवा के पीजएन स्टेडियम, फडरोडा में होगा। दो साल बाद स्टेडियम में दर्शक लाइव मैच देख सकेंगे जिसके लिए टिकटों की बिक्री चल रही है।