नेमार ने जोर देकर कहा कि वह नस्लवाद का शिकार हुए। रेफरी ने पेरिस सेंट जर्मेन और मार्सिले के बीच मुकाबले में नेमार सहित कुल पांच खिलाड़ियों को लाल कार्ड दिखाकर मैच से बाहर किया। पीएसजी के स्टार नेमाल ने अलवारो गोंजालेज पर आरोप लगाया कि उन्होंने ब्राजीली खिलाड़ी को 'बंदर' कहा। गुस्से से भरे हुए नेमार ने लगातार कई ट्वीट करके अपनी भड़ास निकाली। नेमार ने मार्सिले के डिफेंडर को सिर के पीछे मुक्का मारा, जिसके बाद रेफरी ने उन्हें लाल कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया। कोरोना वायरस से ठीक होकर मैदान पर लौटे नेमार ने बाहर जाते समय कहा, 'नस्लवाद को देखो। इसलिए मैंने उसे मारा।'
दुनिया के सबसे महंगे खिलाड़ी ने बाद में ट्वीट किया, 'मुझे एक मलाल सिर्फ यह रहा कि मैंने उस मूर्ख के चेहरे पर नहीं मारा।' नेमार को वीएआर रिव्यु के बाद लाल कार्ड दिखाया गया जबकि टीम के साथी लेविन कुर्जावा और लियांड्रो पारेडेस को भी इंजुरी टाइम में लाल कार्ड दिखाकर बाहर किया गया। मार्सिले के स्ट्राइकर डारियो बेनेडेटो और डिफेंडर जॉर्डन अमावी को भी लाल कार्ड दिखाकर बाहर किया गया। इस मुकाबले में मार्सिले ने पीएसजी को 1-0 से मात दी।
नेमार ने बाद में ट्वीट किया, 'वीएआर के लिए मेरी आक्रमकता दिखाना आसान है। अब मैं उन्हें नस्लवादी की छवि दिखाना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे बंदर, सन ऑफ ए बिछ कहा। मुझे यह बहुत रास आया।' फ्लोरियन थॉविन ने 31वें मिनट में गोल दागकर मार्सिले को नवंबर 2011 के बाद से पीएसजी पर पहली जीत दिलाई, लेकिन मैच में बवाल के कारण मुकाबले के नतीजे से लोगों का ध्यान भटक गया।
पीएसजी के कोच थॉमस टचेल ने कहा, 'नेमार ने मुझे कहा कि वो नस्लवाद बेईज्जती थी, लेकिन मैं पिच पर ठीक से सुन नहीं पाया।' मार्सिले के कोच आंद्रे विलास बोस ने कहा, 'फुटबॉल में नस्लवाद की कोई जगह नहीं है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह मामला है। हम इस पर ध्यान देंगे।'
नेमार के दावे को किया खारिज
टेलीफुट की रिपोर्ट के मुताबिक गोंजालेज से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने नेमार के दावों को खारिज करते हुए जवाब दिया, 'क्या नस्लवाद?' उसके इंस्टाग्राम अकाउंट पर बेईज्जती भरी टिप्पणी को ढेरो लाइक्स मिल रहे हैं। पीएसजी के खेल निदेशक लियोनार्डो ने सलाह दी कि जेरोम ब्रिसार्ड के पास इस हाई-वोल्टेज मैच में ऑफिशिएट करने का अनुभव नहीं था। उन्होंने कहा, '14 पीले कार्ड और पांच लाल कार्ड का मतलब है कि मुकाबला नियंत्रण से बाहर था। रेफरी की आलोचना नहीं कर रहा, लेकिन शायद क्लासिको को ऑफिशिएट करने का समय सही नहीं था।'