रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने जीता जर्मन फुटबॉल प्‍लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड

रॉबर्ट लेवानडोस्‍की
रॉबर्ट लेवानडोस्‍की

बायर्न म्‍यूनिख के स्‍ट्राइकर रॉबर्ट लेवानडॉस्की को रविवार को जर्मन फुटबॉलर ऑफ द ईयर चुना गया। 31 साल के रॉबर्ट लेवानडॉस्की फुटबॉल मैग्‍जीन द्वारा चुने जाने वाले विजेताओं की दौड़ में काफी आगे थे। पत्रकारों ने मिलकर वोटिंग की और सर्वश्रेष्‍ठ फुटबॉलर के रूप में रॉबर्ट लेवानडॉस्की को चुना। रॉबर्ट लेवानडॉस्की को 276 वोट मिले थे जबकि बायर्न म्‍यूनिख के अन्‍य दो सदस्‍यों थॉमस मुलर (54 वोट) और जोशुआ किमिच (49 वोट) को वोट मिले।

बायर्न म्‍यूनिख ने इस साल तीनों खिताब अपने नाम किए। अवॉर्ड जीतने के बाद रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने कहा, 'मुझे बहुत गर्व है। साल दर साल उम्‍मीदें बढ़ रही हैं और मैं इन पर खरा उतरने की पूरी कोशिश कर रहा हूं।' बायर्न म्‍यूनिख के स्‍ट्राइकर रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने इस साल सभी स्‍पर्धाओं में 55 गोल किए। वह क्‍लब के शीर्ष स्‍कोरर रहे। रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने बुंदेसलीगा में 34, चैंपियंस लीग में 15 और जर्मन कप में 6 गोल किए। बार्यन म्‍यूनिख ने ये तीनों खिताब जीते।

रॉबर्ट लेवानडॉस्की प्‍लेयर ऑफ द ईयर ईनाम के पसंदीदा खिलाड़ी रहे। फीफा ने कहा कि वह कोरोना वायरस महामारी के बावजूर अवॉर्ड आयोजित करना चाहता है। मगर अब तक तारीख तय नहीं हुई है। पिछले साल लिवरपुल के कोच जर्गेन क्‍लॉप को मात देकर सर्वश्रेष्‍ठ जर्मन कोच चुने गए बायर्न के कोच हांसी फ्लिक ने कहा, 'मुझे रॉबर्ट लेवानडोस्‍की के अलावा किसी और खिलाड़ी का नाम इस साल फीफा प्‍लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड के लिए समझ नहीं आ रहा है।'

40 की उम्र तक खेलना चाहते हैं रॉबर्ट लेवानडॉस्की

जर्मन प्‍लेयर ऑफ द ईयर का खिताब जीतने वाले रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने कहा कि वह 40 की उम्र तक खेलना चाहते हैं। 32 साल के रॉबर्ट लेवानडॉस्की के मौजूदा करार में तीन साल का समय बचा है। इसके अलावा लेवानडॉस्की चाहते हैं कि वह लगातार खेलना जारी रखे। यह पूछने पर कि क्‍या एक और दशक खेलेंगे? रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने जवाब दिया, 'दस साल मुश्किल है। मगर 8 साल तक खेलना पसंद करूंगा। मौजूदा करार मेरा आखिरी नहीं है। मैं लंबे समय तक खेलना चाहता हूं। मैं बहुत कुछ हासिल करना चाहता हूं और म्‍यूनिख के मेरे साथी भी यही सोचते हैं।'

रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने कहा कि अगर पिछले सप्‍ताह कोरोना वायरस महामारी के कारण बैलन डी ओर अवॉर्ड रद्द नहीं हुए होते, तो इस साल वह खिताब के प्रबल दावेदार थे। रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने कहा, 'हमने बायर्न के साथ सबकुछ जीता। हर प्रतियोगिता- बुंदेसलीगा, चैंपियंस लीग, जर्मन कप, में मैं सर्वश्रेष्‍ठ स्‍कोरर रहा। मेरे ख्‍याल से जो खिलाड़ी यह हासिल करता है, वह बैलन डी ओर का खिताब जीतता है।'