स्पेन ने फीफा महिला फुटबॉल विश्व कप का खिताब जीत लिया है। सिडनी में खेले गए फाइनल मुकाबले में स्पेनिश टीम ने सभी को चौंकाते हुए इंग्लैंड को 1-0 से मात दी। टीम की जीत की हीरो रहीं ओलगा कारमोना जिन्होंने मैच का इकलौता गोल 29वें मिनट में किया। स्पेन की टीम पहली बार विश्व कप फाइनल में पहुंची थी और पहली ही बार में विजेता बनने में कामयाब हुई।
टूर्नामेंट के लिहाज से स्पेन का सफर बेहद रोमांचक रहा। ग्रुप स्टेज में टीम ने कोस्टा रिका और जांबिया को बड़े अंतर से हराया था लेकिन तीसरे मुकाबले में 2011 की चैंपियन जापान के हाथों टीम 4-0 से बुरी तरह हार गई थी। ऐसे में किसी भी टीम का मनोबल टूट जाता है पर स्पेन ने वापसी कर राउंड ऑफ 16 में स्विट्जरलैंड पर 5-1 से जीत दर्ज की। इसके बाद क्वार्टरफाइनल में टीम ने गत उपविजेता नीदरलैंड्स को एक्स्ट्रा टाइम के गोल की बदौलत 2-1 से हराया। सेमीफाइनल में स्पेन ने स्वीडन को मात दी।
वहीं पिछले साल यूरो कप का खिताब जीतने वाली इंग्लिश टीम का भी यह पहला विश्व कप फाइनल था। टीम स्पेन के खिलाफ कागजों पर ज्यादा मजबूत मानी जा रही थी लेकिन आखिरकार उन्हें उपविजेता बनकर ही संतोष करना पड़ा। खास बात यह है कि टीम को टूर्नामेंट में ग्रुप स्टेज में भी कोई हार नहीं मिली थी लेकिन फाइनल में आकर हार झेलनी पड़ी।
जापान की हिनाता मियाजावा को सर्वाधिक 5 गोल करने के लिए गोल्डन बूट से नवाजा गया, जबकि इंग्लैंड की गोलकीपर मेरी अर्प्स गोल्डन ग्लव की विजेता बनी। स्पेन की एतन बोनमाती को गोल्डन बॉल के लिए चुना गया। महिला फुटबॉल विश्व कप का यह 9वां संस्करण था जिसका आयोजन ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड ने संयुक्त रूप से किया था। टूर्नामेंट में कुल 32 टीमों ने हिस्सा लिया था। अगला विश्व कप साल 2027 में होना है जिसके मेजबान के नाम का ऐलान अभी होना बाकी है।