युवेंटस दरसल उन क्लबों में से है जिन्होंने अपना स्टेडिम खुद बनाया है, लेकिन इस दौरान उन्हें इटेलियन सीरी ए के दौरान काफी सफलता भी मिली और इस दौरान उनके साथ कई टीमें ऐसा करने में नाकाम रहीं। ट्युरिन की इस टीम ने पिछले 5 सालों में पांचों लीग अपने नाम की और वो भी बिना किसी कड़े मुकाबले के। एसी मिलान और इंटरमिलान भी इस मजबूत टीम को कोई चुनौती नहीं दे पाई जबकि नेपोली भी खिताबी जीत से दूर ही रही। युवेंटस ने भी ट्रांसफर मार्केट में काफी पैसा खर्च किया और अपनी टीम को वो इस काबिल बनाने में वो कामयाब रहे कि आज उनकी टीम के बराबर ताकत किसी और टीम में नजर नहीं आती। सिर्फ चैंपियंस लीग की ट्रॉफी को छोड़ दिया जाए, तो और ऐसी कोई ट्रॉफी नहीं जो इस टीम की कैबिनेट में न हो, लेकिन बीते कुछ सालों में इस टीम ने काफी नए खिलाड़ियों को टीम में जगह दी है। इस दौरान उनकी सबसे बड़ी साइनिंग रहे गोल्डन बूट विनर गोनजालो हिग्वैन जिन्हें इस टीम ने नेपोली से 90 मीलियन पाउंड की रिकॉर्ड रकम में खरीदा थी। उन्हीं के अपने देश के पाउलो डिबाला को पिछले सीजन में पलेरमों ने 32 मीलियन पाउडं में खरीदा था, और इस साल मिरालेम प्जेनिक पर भी इतनी ही राशी खर्च की गई। बात इससे हटकर करें तो जीजी बुफॉन सबसे महंगे गोलकीपर के रूप में बिके और इससे ये बात तो साफ होती है कि जहां युवेंटस को सही खिलाड़ी मिले, वहां ये क्लब पैसे लगाने से कभी नहीं चूका है।