1998 विश्व कप विजेता और 2006 विश्व कप की उपविजेता फ्रांस की टीम का हिस्सा रहे जिनेदिन जिदान एक बार फिर रियल मैड्रिड के कोच बन गये हैं। जिनेदिन को यह जिम्मेदारी क्लब के वर्तमान कोच सैटियागो सोलारी को हटाकर दी गई है। गौरतलब है कि अपने समय में दिग्गज फुटबॉलर रहे जिदान ने दस माह पहले ही रियल मैड्रिड को छोड़ा था। रियल मैड्रिड के अध्यक्ष फ्लोरेंटिनो पेरेज ने क्लब के अन्य सदस्यों के साथ बैठक के बाद पुन: जिदान को कोच बनाने का फैसला किया है। फ्रांस के 46 वर्षीय जिदान अगले तीन सालों तक क्लब से जुड़े रहेंगे। वे जून 2022 तक क्लब के साथ रहेंगे। रियल मैड्रिड के पूर्व मिडफील्डर रहे जिदान ने जनवरी 2016 में पहली बार रियल मैड्रिड के कोच के रूप में जिम्मेदारी संभाली थी और मई 2018 में क्लब के लगातार तीसरी बार चैंपियंस लीग का खिताब जीतने के बाद कोच पद से इस्तीफा दे दिया था।
जिदान के कोच रहते हुए क्लब ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। उनके कोच रहते रियल मैड्रिड ने 2016 में एटलेटिको मैड्रिड को हराकर चैंपियंस लीग खिताब जीता। इसके बाद 2017 फाइनल में युवेंटस को हराया और 2018 में लिवरपूल को हराकर चैंपियन लीग का खिताब जीता।
कहा जा रहा है कि जिदान सेल्टा विगो के खिलाफ होने वाले घरेलू मैच से पहले टीम से जुड़ सकते हैं।
बहुत कम समय में ही हटाये गये सोलारी – सोलारी ने क्लब में कुल पांच माह ही सेवायें दी हैं। उनका पांच माह का कार्यकाल काफी निराशाजनक रहा। टीम इस बार चैंपियंस लीग के अंतिम 16 में ही हारकर बाहर हो गई। इसके साथ कोपा डेल रे में भी टीम बाहर हो चुकी है। ला लीगा में भी टीम कुछ खास नहीं कर पाई और खिताब की दौड़ से लगभग बाहर है।
जिदान ने इस्तीफा देकर सब को चौंका दिया था - रियल मैड्रिड को लगातार रिकॉर्ड तीसरी बार चैंपियंस लीग का खिताब जीतने के एक हफ्ते बाद जिनेदिन जिदान ने क्लब के कोच पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया था। इससे पहले ही जनवरी में उन्होंने क्लब के साथ 2020 तक के लिए अपना करार बढ़ाया था। उन्होंने इस दौरान कहा था कि इस क्लब में लगातार जीतने की क्षमता है। अब इसे बदलाव की जरूरत है। मैं विजेता हूं। मुझे हार बर्दाशत नहीं। मैंने इस बारे में बहुत सोचने के बाद ही यह कठिन निर्णय लिया है।