लगभग 6 महीने तक बंद रहे जिम, अब ट्रेनिंग सेंटर पर लौट आईं दीपा कर्माकर

दीपा कर्माकर
दीपा कर्माकर

कोरोना वायरस महामारी के कारण साढे़ पांच महीने तक जिम्‍नेशियम बंद रहने के बाद सोमवार को अगरतला के नेताजी सुभाष रीजनल कोचिंग सेंटर (एसएनआरसीसी) में दीपा कर्माकर सहित जिम्‍नास्‍ट्स, योग और टेबल टेनिस खिलाड़‍ियों की वापसी हुई। राज्‍य सरकार ने अनलॉक 3.0 की दिशा-निर्देशों के आधार पर इन तीन खेलों के खिलाड़‍ियों को अभ्‍यास करने की अनुमति दी। जहां केंद्र ने जिम और फिटनेस सेंटरों के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन और कीटाणुशोधन को संचालित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को मंजूरी दे दी है, योग संस्थानों और व्यायामशालाओं में जहां तक संभव हो, फेस गार्ड्स पहने हुए, राज्य सरकार ने टेबल टेनिस का अभ्यास करने की अनुमति दी है खैर, चूंकि यह ज्यादातर गैर-संपर्क खेल है।

एनएसआरसीसी इंडोर स्‍टेडियम में दोपहर को ट्रेनिंग में लौटने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए ओलंपियन और पद्मश्री दीपा कर्माकर ने कहा कि खेल उपकरणों के पास दोबारा लौटकर उन्‍हें काफी खुशी महसूस हो रही है।

दीपा कर्माकर ने जताई खुशी

दीपा कर्माकर ने कहा, 'मार्च 16 को बंद होने के बाद पहली बार मैं जिम में लौटी हूं। मैं इन साढ़े पांच महीनों से घर पर थीं। हम खिलाड़ी मानसिक रूप से कमजोर महसूस करने लगते हैं, जब अपने एप्रेटस से लंबे समय तक दूर रहते हैं। मगर मेरे कोच बिश्‍वेश्‍वर नंदी सर ने ऑनलाइन फिटनेस ट्रेनिंग प्रोग्राम दिए, जिससे हम पीछे होने का एहसास नहीं हुआ। मैं यहां लौटकर बहुत खुश हूं और मैं राज्‍य व केंद्र सरकारों को धन्‍यवाद देना चाहती हूं कि हमें खेलों में लौटने की अनुमति दी। हम पूरी कोशिश करेंगे कि अभ्‍यास करते समय सामाजिक दूरी और अन्‍य दिशा-निर्देशों का पूरा पालन करें।'

दीपा कर्माकर ने कहा कि उनका प्रमुख उद्देश्‍य अपने प्रदर्शन स्‍तर को दोबारा हासिल करना है, क्‍योंकि वो साढ़े पांच महीने के लंबे अंतराल के बाद जिम्‍नास्टिक मैट पर लौटी हैं। दीपा कर्माकर अपने प्रुडुवा वॉल्‍ट के लिए जानी जाती हैं, जिसे 2016 रियो ओलंपिक्‍स में मौत का वॉल्‍ट भी माना गया था। दीपा कर्माकर को अर्जुन अवॉर्ड और प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्‍न अवॉर्ड से सम्‍मानित किया जा चुका है।

दीपा कर्माकर का लक्ष्‍य पुरानी लय में लौटना

दीपा कर्माकर के कोच और द्रोणाचार्य अवॉर्डी बिश्‍वेश्‍वर नंदी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण सभी तय स्‍पर्धाएं स्‍थगित हो चुकी हैं। ऐसे में खिलाड़‍ियों को अपना पूरा ध्‍यान फिटनेस पर लगाना है। धीमे-धीमे वह उपकरणों से फ्रेंडली हो और दोबारा अपना पुराने स्‍तर को हासिल करें।

बिश्‍वेश्‍वर नंदी ने कहा, 'कोविड-19 के कारण सभी स्‍पर्धाएं स्‍थगित हो चुकी हैं। जब स्‍पर्धाएं आएंगी तब हम सोचेंगे कि क्‍या करना है। फिलहाल हमारी कोशिश सभी खिलाड़‍ियों को उनकी पुरानी लय में लौटाने की है।' त्रिपुरा खेल परिषद के संयुक्‍त सचिव सरजू चक्रवर्ती ने कहा कि सभी हॉल सैनिटाइज किए गए और प्रत्‍येक खिलाड़ी के आने पर उसकी थर्मल स्‍क्रीनिंग की जा रही है। उन्‍होंने कहा कि पहले चरण में 14 साल से ज्‍यादा उम्र के बच्‍चों को अभ्‍यास के लिए बुलाया गया है। उन्‍होंने कहा, 'आगे आने वाले नोटिस तक हम इसी तरह अपना काम जारी रखेंगे। सोशल डिस्‍टेंसिंग का ख्‍याल रखेंगे और मानक प्रक्रिया संचालन को मानेंगे।'

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Edited by निशांत द्रविड़
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