बवासीर में छाछ पीने के 4 फायदे - Bawasir mein chach peene ke fayde

बवासीर में छाछ पीने के फायदे ( फोटो - Sportskeeda Hindi )
बवासीर में छाछ पीने के फायदे ( फोटो - Sportskeeda Hindi )

आजकल की अनियमित जीवनशैली में लोगों को कई बीमारियां घेर रही हैं। उसी में से एक है बवासीर। बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें एनस (Anus) के अंदर और बाहर तथा मलाशय के निचले हिस्से में सूजन (Swelling) आ जाती है। जिसके कारण एनस के अंदर व बाहर मस्से हो जाते हैं। किसी - किसी को मस्से अंदर होते हैं तो किसी को बाहर। सही समय पर बवासीर का इलाज बहुत जरूरी होता है। यह एक जेनेटिक (Genetic) समस्या भी हो सकती है और कई बार सही तरीके का खाना न खाना, दिनचर्या का सही न होना या फिर हमेशा कब्ज बनी रहना। इन सबके कारण बवासीर की समस्या हो जाती है। बवासीर से आराम पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय किए जा सकते हैं। जैसे कि छाछ का सेवन करना। छाछ का सेवन बवासीर में बहुत फायदेमंद होता है। तो आइए इसके फायदे के बारे में जानते हैं-

बवासीर में छाछ पीने के फायदे

बवासीर में छाछ होता है पाचक- बवासीर (Hemorrhoid) में यदि छाछ पीया जाए, तो यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। छाछ पीने से पाचन क्रिया सही बनी रहती है और बवासीर की समस्या में भी आराम मिलता है। आयुर्वेद में भी छाछ को पेट के लिए बहुत उपयोगी माना गया है।

बवासीर में छाछ कब पीएं - बवासीर के दौरान छाछ पीना फायदेमंद होता है, ये तो हमने आपको बताया। लेकिन छाछ कब पीना चाहिए ये जानना भी जरूरी है। यदि किसी को बवासीर हो, तो उन्हें छाछ दिन में खाना खाने के बाद पीना चाहिए। इससे जो भी खाना खाया होता है, उसे पचाने में बहुत मदद मिलती है।

छाछ को कैसे तैयार करें - छाछ (Buttermilk) को तैयार करने के लिए उसमें भुना जीरा, काला नमक का उपयोग करें। जीरा और काला नमक बहुत पाचक होते हैं और अगर हम इन दोनो को छाछ में डालते हैं, तो खाना बहुत आसानी से पच (Digest) जाता है। साथ ही छाछ में भुना हुआ अजवाइन को डाल कर भी पीया जा सकता है। इससे भी कब्ज में आराम मिलेगा।

रात में न करें छाछ का सेवन - छाछ का सेवन रात में बिल्कुल भी न करें, क्योंकि, छाछ की तासीर ठंडी होती है और अगर हम इसका सेवन रात में करते हैं, तो सर्दी-जुकाम (Cold and cough) की परेशानी हो सकती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।