गर्दन दर्द के कारण और 4 घरेलू इलाज - Causes Of Neck Pain And Home Remedies

गर्दन दर्द के कारण और 4 घरेलू इलाज (फोटो - sportskeedaहिंदी)
गर्दन दर्द के कारण और 4 घरेलू इलाज (फोटो - sportskeedaहिंदी)

ज़्यादातर लोगों को शिकायत होती है कि सुबह उठने पर उनकी गरदन में, कंधे के आस-पास दर्द रहता है। इसके पीछे कई तरह के कारण हो सकते हैं और इसका उपचार घर पर ही किया जा सकता है। सर्वाइकल डिस्क, मांसपेशियों और लिगमेंट में देखी गई कोई भी असामान्य सूजन या चोट का कारण बन सकती है जिससे गर्दन में दर्द या पीठ में अकड़न हो सकती है। इस लेख के माध्यम से गरदन दर्द के कारण और घरेलू उपाय बताये गए हैं।

गर्दन दर्द के कारण और 4 घरेलू इलाज

गर्दन दर्द के कारण : Causes Of Neck Pain In Hindi

1. मांसपेशियों में खिंचाव (Hamstring strain)

मांसपेशियों को हड्डी से जोड़ने वाले टिशुस में खिंचाव से गर्दन में दर्द होता है। इस प्रकार का गर्दन दर्द आमतौर पर मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और सीमित गति जैसे लक्षणों से उत्पन्न होता है।

2. स्लिप्ड डिस्क (Slipped disc)

रीढ़ की हड्डियों के बीच के रबर की डिस्क, जब दरार से प्रभावित होती है तो स्लिप डिस्क की समस्या हो जाती है।

3. स्पाइनल स्टेनोसिस (Spinal stenosis)

स्पाइनल कैनाल पतला हो जाने पर स्पाइनल स्टेनोसिस नामक स्थिति उत्पन हो सकती है। यह स्थिति रीढ़ की हड्डी और रीढ़ की नसों पर दबाव डालती है।

4. डिजेनेरेटिव डिस्क डिजीज (Degenerative disc disease)

DDD के रूप में लोकप्रिय, यह विकार रीढ़ की ऑस्टियोआर्थराइटिस स्थिति है जो गर्दन और पीठ के निचले हिस्से में गंभीर दर्द का कारण बनता है।

गर्दन दर्द के घरेलू इलाज : Home Remedies For Neck Pain In Hindi

1. ठंडे-गर्म का अनुप्रयोग (cold-hot application)

गर्दन पर बर्फ और गर्म सेंक लगाना सबसे पहला और सबसे महत्वपूर्ण घरेलू उपाय है। इसका पालन करना बहुत आसान है। गर्दन की अकड़न से राहत पाने के लिए ठंडी बर्फ को सीधे या बर्फ की थैली में लगाना चाहिए।

2. गर्दन की मालिश करना (Massaging the Neck)

गर्दन की मालिश करने से तुरंत आराम मिलता है। अगर सही मालिश की की जाए तो लाभ जरूर मिलता है। दर्दनाक क्षेत्रों को ढूंढना और उन पर दबाव डालना महत्वपूर्ण है।

3. लैवेंडर (Lavender oil)

एक्यूप्रेशर के साथ इस्तेमाल किया जाने वाला लैवेंडर का तेल गर्दन के दर्द से राहत दिलाने में कारगर है। आप लैवेंडर के तेल को अपनी पसंद के किसी अन्य तेल में मिलाकर और गर्दन की मालिश करने में इस्तेमाल कर सकते हैं।

4. हल्दी (Turmeric)

हल्दी, जिसे टर्मेरिक के रूप में भी जाना जाता है, और इससे प्राप्त यौगिकों में ऐसे गुण होते हैं जो सूजन (एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण) को कम करते हैं। गर्म दूध में थोड़ी सी हल्दी पाउडर मिलाकर पीने से गर्दन के दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। आप थोड़ा सा पानी मिलाकर पेस्ट बनाकर भी गर्दन पर इसका उपयोग कर सकते हैं।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Vineeta Kumar