आज के समय में आंखों की रोशनी का कम हो जाना एक आम बात हो गई है, चाहे वो नजदीक की दृष्टि हो या दूर की। कमजोर दृष्टि से निपटने के लिए और साफ़ देखने के लिए चश्मा और लेंस पहनना ज़रूरी हो जाता है। लेकिन क्या आप इन्हें पहनकर सहज महसूस करते हैं? ज्यादातर लोगों को चश्मा पहनना अच्छा नहीं लगता है, लेकिन ना चाहते हुए भी उन्हें पहनना पड़ता है। आपको बता दें कि आयुर्वेद में दृष्टि की विफलता को ठीक करने के लिए कुछ घरेलू इलाज भी मौजूद हैं जो ऐसे में आपकी मदद कर सकते हैं। इस लेख के माध्यम से हम आंखों की रोशनी को तेज करने के घरेलू उपाय बताएंगे।
इन 5 उपायों से आप अपने आंखों की रोशनी बढ़ा सकते हैं
1. एक्सरसाइज करें (Do Exercise)
आंखों के लिए कुछ व्यायाम होते हैं जिन्हें आप आंखों को अधिक लचीला बनाने के लिए कर सकते हैं। इनसे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है और सही दृष्टि बनाए रखने में मदद मिलती है। यह आंखों पर पड़ने वाले अधिक स्ट्रेस को कम करते हैं और फोकस बनाए में भी सुधार करते हैं। इसके लिए, आप आंखों को क्लॉक वाइज और एंटी क्लॉक वाइज दोनों दिशाओं में 10 सेकंड के लिए घुमाएं। यह एक्सरसाइज दिन में दो बार करें।
2. हैल्थी डाइट अपनाएं (Follow a healthy diet)
हैल्थी डाइट का सेवन करने से आंखों की रोशनी में सुधार होता है। विटामिन A, B, C, D और E, बीटा-कैरोटीन और अमीनो एसिड जैसे पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थो के सेवन से आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके लिए, पालक, मकई, ब्रोकोली, ब्लूबेरी, चुकंदर, केल, अंडे, ड्राई फ्रूट और मछली जैसे खान-पान आपकी नेचुरल रूप से आंखों की रोशनी बढ़ा सकते हैं।
3. आंवला (Indian Gooseberry)
आंखों की दृष्टि बढ़ाने के लिए आंवला आयुर्वेदिक नुस्खों में से एक है। यह विटामिन C से भरपूर होता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है जो आपकी दृष्टि बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। यह रेटिना सेल के कार्य में सुधार करता है तथा स्वस्थ सेल्स को बढ़ावा देता है। आंवला रस, आंवला का मुरब्बा आदि का सेवन करें।
4. बादाम का सेवन करें (Almonds)
बादाम में विटामिन E, ओमेगा-3 और एंटी-ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। यह आपको मेमोरी और फोकस बढ़ाने में मदद कर सकता है। प्रतिदिन भीगे हुए बादाम खाने से मदद मिल सकती है।
5. सौंफ (Fennel seeds)
सौंफ ना केवल खाने में स्वादिष्ट बल्कि इसमें मौजूद गुणों के कारण यह आँखों के लिए भी लाभकारी मानी जाती है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स मोतियाबिंद की प्रगति को धीमा कर सकता है। इसके लिए आप दूध, चाय या पानी में सौंफ मिलाकर पी सकते हैं तथा खाना खाने के बाद इसको मिश्री के साथ ले सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।