लैक्टोज असहिष्णुता (Lactose intolerance) वाले लोग दूध (लैक्टोज) को पूरी तरह से पचा नहीं पाते हैं। नतीजतन, उन्हें डेयरी उत्पाद खाने या पीने के बाद दस्त, गैस और सूजन होती है। यह एक प्रकार की दूध की एलर्जी (Milk Allergy) होती है। इस स्थिति को लैक्टोज मेलअब्सॉर्प्शन (lactose malabsorption) भी कहा जाता है, आमतौर पर यह हानिरहित होती है, लेकिन इसके लक्षण असहज हो सकते हैं। आपको बता दें कि आपकी छोटी आंत में उत्पादित बहुत कम एंजाइम आमतौर पर लैक्टोज असहिष्णुता के लिए जिम्मेदार होते हैं। कई स्थितियों में आपके शरीर में लैक्टोज का स्तर निम्न हो सकता है और फिर भी आप दूध उत्पादों को पचाने में सक्षम हो सकते हैं। लेकिन यदि आपका स्तर बहुत कम है, तो आप लैक्टोज असहिष्णु हो जाते हैं, जिसके लक्षणों को आप दूध से बनी चीज़ें खाकर या पीकर जन्म दे सकते हैं। इस लेख के माध्यम से आप लैक्टोस इनटोलरेंस के संकेत और घरेलू इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त कर पाएंगे।
लैक्टोस इनटोलरेंस के 5 संकेत और 3 घरेलू इलाज
लैक्टोस इनटोलरेंस के संकेत : Signs Of Lactose Intolerance In Hindi
लैक्टोज इनटोलरेंस के संकेत आमतौर पर लैक्टोज युक्त खाद्य पदार्थ खाने या पीने के 30 मिनट से 2 घंटे बाद शुरू हो जाते हैं। सामान्य संकेतों और लक्षणों में शामिल हैं -
1. दस्त (Diarrhea)
2. मतली और उल्टी (Nausea, and sometimes, vomiting)
3. पेट में ऐंठन (Stomach cramps)
4. सूजन (Bloating)
5. गैस (Gas)
लैक्टोस इनटोलरेंस के घरेलू इलाज : Home Remedies For Lactose Intolerance In Hindi
इस समस्या का कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन आप दूध से बने खाद्य पदार्थो का सेवन रोककर इसके लक्षणों को कम कर सकते हैं। डॉक्टर्स कुछ लोगो को इसका सम्पूर्ण तौर पर सेवन बंद करने को तो कुछ को इसके नियमित सेवन का सुझाव देते हैं। लैक्टोस इन्टोलेरेंस के लिए निम्न उपायों को अपनाया जा सकता है।
1. एंजाइम सप्लीमेंट्स (Enzyme supplements) - लैक्टोज इन्टॉलेरेंस की समस्या होने पर लैक्टोस पचाने वाले एंजाइम लेना फायदेमंद हो सकता है।
2. विटामिन D और कैल्शियम सप्लीमेंट (Vitamin D and Calcium Supplements) - लैक्टोज इन्टॉलेरेंस में शरीर के अंदर कैल्शियम और विटामिन D की कमी महसूस कर सकते हैं, ऐसे में डॉक्टर्स विटामिन D और कैल्शियम सप्लीमेंट लेने का सुझाव देते हैं।
3. छोटी आंत का रखें ख्याल (Look after the small intestine) - छोटी आंत में चोट या घाव होने पर भी लैक्टोस इन्टोलेरेंस की समस्या हो सकती है। ऐसे में इसकी देखभाल और इलाज जरूरी हो जाता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।