पाइल्स और फिशर्स गुदा या गुदाशय के आसपास की समस्याएँ हैं जिनमें वेण की सूजन या नसों की परेशानी हो सकती है। यह समस्याएँ आमतौर पर पेट में कब्ज और अधिक स्थितिगत दबाव के कारण होती हैं। इन समस्याओं का आयुर्वेद में उपचार उपलब्ध है, जो प्राकृतिक तरीकों से समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इस लेख में, हम पाइल्स और फिशर्स के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
बवासीर और फिशर के लिए 6 आयुर्वेदिक उपचार (6 Ayurvedic treatment for piles and fissures in hindi)
1. त्रिफला (Triphala)
त्रिफला एक प्रमुख आयुर्वेदिक उपाय है जो पाइल्स और फिशर्स के उपचार में प्रयुक्त होता है। इसमें आमला, हरितकी, और बिभीतकी जैसे फलों का मिश्रण होता है, जो पेट साफ रखने में मदद करते हैं। आप त्रिफला पाउडर को गर्म पानी के साथ सेवन कर सकते हैं, जो कब्ज को कम करने में मदद करता है और पाइल्स को शांति प्रदान करता है।
2. अर्शकुतारी वटी (Arshakutari Vati)
अर्शकुतारी वटी एक प्रमुख आयुर्वेदिक दवा है जो पाइल्स और फिशर्स के इलाज में प्रयुक्त होती है। इसके सेवन से गुदा की सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
3. अर्शकुतारी रस (Arshakutari Ras)
अर्शकुतारी रस का सेवन भी पाइल्स और फिशर्स के उपचार में किया जा सकता है। यह गुदा की सूजन को कम करता है और पेट को साफ रखता है।
4. अल्जी पैक (Alum Pack)
अल्जी पैक गुदा के पास लागू किया जा सकता है ताकि सूजन कम हो सके। आप अल्जी पाउडर को गुदा के चारों ओर लगा सकते हैं और 20-30 मिनट के बाद धो सकते हैं।
5. आयुर्वेदिक आहार (Ayurvedic Diet)
आपका आहार भी पाइल्स और फिशर्स को प्रभावित कर सकता है। आयुर्वेद में, प्राकृतिक और सेहतमंद आहार का महत्वपूर्ण स्थान होता है। कब्ज को बढ़ावा देने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें और अधिक फ्रेश फल और सब्जियां खाएं। ताजा पानी पीने का सेवन करें और अल्कोहल और तम्बाकू से बचें, क्योंकि ये पाइल्स को बढ़ावा देते हैं।
6. व्यायाम और योग (Exercise and Yoga)
योग और प्राणायाम की प्रक्टिस करने से भी पाइल्स और फिशर्स में सुधार हो सकता है। योग के आसन और प्राणायाम से पेट की बल सुधारी जा सकती है, जिससे पाइल्स को कम होने में मदद मिल सकती है।
पाइल्स और फिशर्स के आयुर्वेदिक उपचार समस्याओं को प्राकृतिक और सामान्य तरीकों से सुलझाने में मदद कर सकते हैं। यदि आपकी समस्या गंभीर है या देर से ठीक नहीं हो रही है, तो आपको एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। आयुर्वेदिक उपचार का सही सेवन करके आप पाइल्स और फिशर्स को दूर कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।