कच्चा दूध पीना (Drinking raw milk), या ऐसा दूध जिसे पास्चुरीकृत (pasteurized) नहीं किया गया है, हाल के वर्षों में एक लोकप्रिय चलन बन गया है। हालांकि, कच्चा दूध पीने के कई नुकसान हैं जिनका सेवन करने का निर्णय लेने से पहले विचार किया जाना चाहिए।
कच्चा दूध पीने से हो सकते हैं ये 7 नुकसान (7 Disadvantages Of Drinking Raw Milk In Hindi)
1. संक्रमण का खतरा (Risk of infection): कच्चे दूध में ई. कोलाई, साल्मोनेला और लिस्टेरिया जैसे हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं, जो गंभीर बीमारी या मौत का कारण बन सकते हैं। पाश्चराइजेशन प्रक्रिया के दौरान ये बैक्टीरिया मर जाते हैं, लेकिन कच्चे दूध में मौजूद होते हैं।
2. बीमारी का खतरा (Risk of disease): कच्चे दूध का सेवन करने से तपेदिक, डिप्थीरिया और ब्रुसेलोसिस जैसी गंभीर बीमारियों के होने का खतरा भी बढ़ सकता है। ये रोग विकसित देशों में दुर्लभ हैं, लेकिन फिर भी कच्चे दूध से अनुबंधित किया जा सकता है।
3. कमजोर आबादी के लिए जोखिम (Risk to vulnerable populations): कच्चे दूध का सेवन करने से लोगों के कुछ समूहों, जैसे कि गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों, बड़े वयस्कों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के बीमार होने का अधिक जोखिम होता है।
4. नियमन का अभाव (Lack of regulation): कई राज्य और देश कच्चे दूध के उत्पादन को विनियमित नहीं करते हैं, जिसका अर्थ है कि यह सुनिश्चित करने के लिए कोई निगरानी नहीं है कि दूध सुरक्षित और स्वच्छ तरीके से बनाया जा रहा है।
5. कानूनी मुद्दे (Legal issues): कई देशों और राज्यों में कच्चे दूध की बिक्री अवैध है, जिसका अर्थ है कि इसे प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है। अगर कोई कच्चा दूध पीने से बीमार हो जाता है तो इससे बीमा और देनदारी प्राप्त करने में समस्या हो सकती है।
6. पोषण मूल्य (Nutritional value): पाश्चराइजेशन से दूध की पोषण सामग्री में बदलाव नहीं होता है। लेकिन कच्चे दूध में हानिकारक सूक्ष्मजीव और अन्य विष हो सकते हैं जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
7. गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को खतरा (Risk to pregnant women and young children): कच्चा दूध पीने से गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को खासतौर पर गंभीर बीमारी या मौत का खतरा रहता है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को कच्चे दूध और कच्चे दूध उत्पादों के सेवन से बचने की सलाह देता है।
अंत में, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि कच्चा दूध स्वास्थ्यवर्धक होता है या पाश्चुरीकृत दूध की तुलना में अधिक पोषण मूल्य होता है, इसके सेवन से जुड़े जोखिम किसी भी संभावित लाभ से अधिक होते हैं। कच्चे दूध का सेवन करने का निर्णय लेने से पहले संभावित खतरों से अवगत होना और इन जोखिमों पर विचार करना महत्वपूर्ण है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।