संस्कृत शब्द से बना "बालासन" जिसमे "बाल" का अर्थ बच्चा होता है। इस आसन को करते समय आपकी मुद्रा किसी ज़मीन पर लेटे हुए बच्चे के समान होती है। इसी आसन को बालासन (Child pose) कहा जाता है। यह आसन भ्रूण मुद्रा में होने के समान है। यह एक आराम देने वाली मुद्रा है जो जांघों पर केंद्रित होती है और पीठ दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। यह शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक शांति की गहरी अनुभूति भी प्रदान कर सकती है। यह लेख बालासन करने का सही तरीका और फायदे बताने जा रहा है।
बालासन करने के 9 फायदे और तरीका
बालासन करने के फायदे : Benefits of Doing Balasana In Hindi
1. बालासन छाती, पीठ और कंधों को तनाव मुक्त करने में मदद करता है।
2. बालासन खासकर कसरत के दौरान चक्कर आने या थकान महसूस होने पर किया जा सकता है, इस आसन की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है।
3. यह आसन तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
4. यह शरीर में आंतरिक अंगों को फ्लेक्स करने में मदद करता है और उन्हें एक्टिव और लचीला बनाये रखता है।
5. यह आसन रीढ़ की हड्डी को लंबा करने में मदद करता है।
6. यदि इस आसन को सिर और धड़ को सहारा देकर किया जाए तो यह पीठ के निचले हिस्से और गर्दन के दर्द से राहत देता है।
7. यह एड़ी, कूल्हों और जांघों को स्ट्रेच करने में मदद करता है।
8. यह पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है।
9. यह सांस लेने के सही तरीके को प्रोत्साहित करता है और शरीर तथा मन दोनों को शांत करता है।
बालासन करने का सही तरीका : The Right Way To Do Balasana In Hindi
स्टेप 1. बालासन करने के लिए सबसे पहले वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
स्टेप 2. अपने दोनों हाथों को आगे की ओर करें और सिर को नीचे की ओर झुकाएं।
स्टेप 3. अपने हाथों को सिर से लगाते हुए आगे की ओर सीधा रखें और हथेलियों को जमीन पर रखें।
स्टेप 4. 15-20 सेकंड बालासन का अभ्यास करें और आप एक समय के बाद इसकी अवधि को बढ़ा सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।