योग हमारी अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी होता है। योग के जरिए आप बहुत सी बीमारी से बच सकते हैं। वहीं अगर आप योग में बात करें अनुलोम विलोम की तो इससे मिलने वाले फायदे से आप खुद को होने वाली कई बीमारियों से बचा सकते हैं।अनुलोम विलोम करने से फेफड़ों और हार्ट को मजबूती मिलती है। अनुलोम विलोम को नियमित करने से सर्दी जुकाम नहीं होती। अनुलोम विलोम के जरिए आप गठिया जैसे बड़े रोग को भी ठीक कर सकते हैं। अनुलोम विलोम से माइग्रेन, मधुमेह जैसे रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। वहीं जिन लोगों का ध्यान एक जगह नहीं रह पाता है उनकी एकाग्रता के लिए ये बेहद जरूरी होता है। तो आइए जानते हैं अनुलोम विलोम करने का सही तरीका और इससे मिलने वाले लाभ के बारे में।
अनुलोम विलोम करने से मिल सकते हैं कई लाभ, जानिए सही तरीका - Anulom Vilom Karne Se Mil Sakte Hain Kai Labh, Janiye Sahi Tarika In Hindi
अनुलोम विलोम (Anulom Vilom) करने के लिए आप सबसे पहले किसी साफ जगह पर योग मैट या कोई साफ चादर बिछाएं।
अब पद्मासन padmasana की मुद्रा में बैठें। यानी बाएं पैर के पंजे को अपने दाईं जांघ पर और दाएं पैर के पंजे को बाईं जांघ पर रखें। कई बार कुछ लोगों को जमीन पर बैठते भी नहीं बन पाता है, तो इसके लिए आप कुर्सी पर भी बैठ सकते हैं।
कमर को सीधा रखते हुए अपनी दोनों आंखें बंद कर लें। और इसके लिए दाएं हाथ के अंगूठे और दाएं हाथ की मध्य उंगली का उपयोग किया जाएगा।
इसके बाद एक लंबी गहरी सांस लें और धीरे से छोड़ें। इसके बाद खुद को एकाग्र करने की कोशिश करें। इसके बाद आप अपने सीधे हाथ के अंगूठे से अपनी सीधी नासिका को बंद करें और बाईं नासिका से धीरे-धीरे गहरी सांस लें। इस प्रक्रिया में जोर न लगाएं, आपसे जितना हो सके उतनी गहरी सांस लें। अब सीधे हाथ की मध्य उंगली से बाईं नासिका को बंद करें और सीधी नासिका से अंगूठे को हटाते हुए धीरे-धीरे सांस छोड़ें। कुछ सेकंड का विराम लेकर दाईं नासिका से गहरी सांस लें।
अब सीधे हाथ के अंगूठे से दाहिनी नासिका को बंद करें और बाईं नासिका से सीधे हाथ की मध्य उंगली को हटाकर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। इस तरह से करने पर अनुलोम-विलोम प्राणायाम का एक चक्र पूरा हो जाएगा। एक बार में आप ऐसे पांच से सात चक्र कर सकते हैं। इस प्रक्रिया को रोज करीब 15 मिनट तक किया जा सकता है।
अनुलोम विलोम करने से मिलेंगे ये लाभ Anulom-Vilom Karne Se Milenge Ye Labh In Hindi
गठिया के इलाज में फायदेमंद
एकाग्रता को बढ़ाए
वजन कम करने में सहायक होता है अनुलोम विलोम
कब्ज को करे ठीक
बॉडी डिटॉक्स करने में होता है सहायक
मन को रखता है शांत
रक्त संचार में है प्रभावी
त्वचा की चमक को बढ़ाए अनुलोम विलोम
माइग्रेन जैसी समस्या को ठीक करने में होगी मदद
शुगर लेवल को रखेगा कंट्रोल
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।