स्लेट पेन्सिल से तो सभी ने लिखा होगा। बचपन में पेंसिल और स्लेट से लिखने का मज़ा ही कुछ और होता है। लेकिन ये मज़ा कब हमारी सजा बन जाता है पता नहीं चलता। दरअसल कई लोग पेंसिल से लिखते जरूर हैं लेकिन लिखने के साथ ही साथ इसको खाने भी लग जाते हैं। स्लेट पेंसिल को खाना मतलब बहुत सी बीमारियों को न्योता देना है। पेन्सिल खाना एक लत के समान हो जाती है। आज भी कई ऐसे लोग हैं जो बड़े होकर भी पेन्सिल का सेवन करते हैं। यही नहीं बच्चे भी अपने मां बाप से छुप कर इसका स्वाद ले ही लेते हैं। इसके सेवन से सेहत को क्या नुकसान पहुंचाते हैं आज हम आपको ये बताने वाले हैं।
स्लेट पेंसिल खाने के हैं शौकीन, तो आज ही जानिए होने वाले नुकसान Are fond of eating slate pencils, to know the disadvantages today
किडनी स्टोन (Kidney stone) - स्लेट पेंसिल खाने के बहुत से गंभीर नुकसान हो सकते हैं। जिसमें से एक है किडनी स्टोन। स्लेट पेंसिल एक तरह का पत्थर होता है जो जमीन के काफी नीचे पाया जाता है। अगर हम इसको खाते हैं तो ये किडनी में जाकर फस जाता है जिससे कुछ ही समय में उस जगह पर स्टोन बनने लग जाता है। जो कि हमारी किडनी को खराब तो करता ही है साथ ही ये बहुत दर्द देने वाला भी होता है।
पेट में दर्द (Stomach ache) - अभी हमने बात की किडनी स्टोन की लेकन क्या आप जानते हैं पेंसिल खाने से पेट में दर्द शुरू हो जाता है जो कि बहुत ही ज्यादा असहनीय दर्द होता है। क्योंकि ये पेंसिल पेट में जाकर फस जाती है जिससे पेट में मरोड़ उठने लगती है। यही नहीं इसके ज्यादा सेवन से उल्टी भी हो सकती है।
कब्ज की समस्या (Constipation problem) - पेंसिल खाने से कब्ज की समस्या भी होने लगती है। क्योंकि हमारे पेट को पत्थर डाइजेस्ट करने के लिए नहीं बनाया गया है। और पेंसिल पत्थर से बनती है जो कि पेट में कब्ज कर देती है।
दांतों पर असर (Impact on teeth) - स्लेट पेंसिल खाने से दांतों पर बहुत बुरा असर पड़ता है। कई बार बच्चों के दूध के दांत स्लेट पेंसिल को जोर से चबाने से भी टूट जाते हैं। जो कि आगे चलकर अजीब दिखाई देते हैं। इसके सेवन से जबड़े को भी नुकसान पहुंचता है। रात में सोते वक्त या स्लेट पेंसिल खाते वक्त ही कई सारे लोगों का जबड़ा दुखने लगता है। जिसे वे बड़ी आसानी से नजरअंदाज कर देते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।