मौसम में बदलाव आने के साथ ही अस्थमा के मरीजों के लिए समस्या बढ़ जाती है। खासकर बारिश के मौसम में अस्थमा रोगियों को सांस की परेशानी होने लगती है। बरसात के सीजन में नमी होने और सूरज कम निकलने की वजह से धूप की कमी के कारण अस्थमा पेशेंट को परेशानी होती है। कई बार अस्थमा के मरीज को विटामिन डी की कमी होने के कारण दमा का अटैक भी आ जाता है। इसलिए बारिश के मौसम में अस्थमा के मरीज अपने कमरे को साफ रखें। कई बार कमरे की हवा भी अस्थमा अटैक की संभावनाओं को बढ़ा देती है। हर दूसरे दिन कमरे की डस्टिंग करें। जानते हैं बारिस में अस्थमा अटैक से कैसे बच सकते हैं।
बारिश में अस्थमा अटैक से बचने के तरीके
1.अस्थमा के मरीजों को बरसात में सीलन वाली जगहों पर नहीं रहना चाहिए।
2.बरसात के मौसम में अपने घर में रसोई और बाथरूम को हमेशा सूखा रखने की कोशिश करें।
3.अगर आपको डॉक्टर ने इनहेलर लेने की सलाह दी है, तो बारिश में इसका इस्तेमाल जरूर करें।
4.अपने घर के कार्पेट्स, तौलिया और बेडशीट्स हमेशा साफ और सूखे रखें।
5.अगर आपके घर में पालतू जानवर हैं तो उनसे दूरी बनाकर रखें।
6.अगर भरिश के मौसम में घर में कहीं फंगस लगा है तो उसे तुरंत साफ कर दें।
7.अस्थमा के मरीजों के लिए सबसे जरूरी है कि उन्हें बैलेंस डाइट लेना चाहिए।
8. मरीज को समय पर अपनी दवाओं का सेवन करना चाहिए।
9. ठंडी हवा से बचें।
10. ठंडी चीजों का सेवन न करें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।