भारतीय भोजन में लौंग का इस्तेमाल खूब होता है। इससे भोजन के स्वाद को बढ़ाया जाता है। एक तरह से ये गर्म मसालों में इस्तेमाल की जाती है। आयुर्वेद इस छोटी सी लौंग के जरिए कई सारी समस्याओं का इलाज करता है। कब्ज से लेकर लीवर तक की समस्याओं में लौंग का खूब इस्तेमाल किया जाता है। लौंग के सेवन से भूख बढ़ती है, उल्टी होने पर भी ये काफी काम आती है। इसके साथ ही पेट की गैस की समस्या में भी ये असरकारी है।
लौंग के 6 आयुर्वेदि लाभ
1- सिरदर्द (Headache) अगर किसी को सिरदर्द की समस्या है तो ऐसे में लौंग का इस्तेमाल कर इससे छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए लौंग में थोड़ा सा नमक मिलाकर पीस कर पेस्ट बना लें और इसको दूध में डालकर सेवन करें। इससे सिर दर्द की समस्या से जल्द आराम मिल जाएघा।
2- जी मिचलाने (giggle) की समस्या में लौंग पाउडर को शहद में मिलाकर सेवन करने से ये परेशानी जल्द दूर हो जाती है। या गर्म पानी में भी मिलाकर पीने से जी मिचलाना बंद हो जाता है।
3- जोड़ों का दर्द (joint pain) अगर कोई जोड़ों के दर्द से परेशान है तो उसे लौंग के पाउडर को सरसों के तेल में बराबर की मात्रा में मिलाकर जोड़ों पर लगाने से दर्द दूर होता है।
4- मुंह संबंधी समस्याओं के लिए (for oral problems) दांत में दर्द, मसूड़ों में सूजन और मुंह में बदबू आदि लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए लौंग का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें कई सारे ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को मारने में मदद करते हैं।
5- डायबिटीज (diabetes) एक शोध की मानें तो, लौंग में नाइजेरिसिन नामक एक खास तत्व पाया जाता है जो मांसपेशियों की कोशिकाओं में इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करता है। ऐसे में लौंग के सेवन से डायबिटीज की समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है।
6- लीवर (Lever) लौंग के सेवन से लीवर को स्वस्थ बनाए रखा जा सकता है। इसमें मौजूद यूजेनॉल नामक तत्व लीवर सिरोसिस से होने वाले लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
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