साइनस की 5 आयुर्वेदिक दवा - sinus ki 5 ayurvedic dawa

ये है साइनस की 5 आयुर्वेदिक दवा
ये है साइनस की 5 आयुर्वेदिक दवा

Ayurvedic medicine for Sinus in hindi: साइनस आमतौर पर सर्दी के मौसम में होने वाली एक आम समस्या है लेकिन, कई लोगों को ये लगातार बनी रहती है। ये एलर्जी, सर्दी, या किसी संक्रमण के चलते हो सकती है। इसमें नाक से सांस लेने में परेशानी होती है। साइनस होने पर सिरदर्द, खर्राटे या सांस लेने में कठिनाई जैसी विभिन्न जटिलताएं पैदा हो सकती हैं। गंभीर मामलों में, साइनस के संक्रमण से दिमागी बुखार भी हो सकता है। आयुर्वेद कुछ खाद्य पदार्थों के जरिए साइनस की समस्या को ठीक करने में इस्तेमाल करता है।

सबसे पहले बता दें कि, साइनस की समस्या जिन लोगों को है उन्हें पनीर, दही और आइसक्रीम से बचना चाहिए। इसके अलावा, चॉकलेट, चीनी और खमीर युक्त खाद्य पदार्थों से भी दूर रहना चाहिए। ये साइनस में अतिरिक्त बलगम उत्पादन को ट्रिगर करते हैं। इसके साथ ही कोल्ड ड्रिंक से भी बचे। कुल मिलाकर ठंडे तरल पदार्थों के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है।

साइनस की 5 आयुर्वेदिक दवा

हल्दी और अदरक की जड़ (Turmeric and Ginger Root Ayurvedic medicine for Sinus)

हल्दी और अदरक दोनों को ही आयुर्वेद कई सारी परेशानियों को दूर करने के लिए इस्तेमाल करता है। साइनस की भी समस्या में हल्दी और अदरक आपके काम आ सकते हैं। हल्दी में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं साथ ही ये एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होती है। चाय बनाते समय हल्दी डालकर पीने से साइनस की समस्या में आराम मिलता है। बंद नाक से राहत मिलता है। इसके साथ ही ताजा अदरक के रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में 2 से 3 बार लेने से भी ये समस्या दूर हो सकती है।

सेब का सिरका (Apple vinegar for sinus)

सेब का सिरका कई स्वास्थ्य लाभों के लिए फायदेमंद है। एक कप गर्म पानी या चाय में दो या तीन बड़े चम्मच की मात्रा में सेब का सिरका मिला लें और दिन में तीन बार सेवन करे। इससे बलगम पतला होगा और साइनस से छुटकारा मिलने में मदद मिलेगी। या फिर आ चाहे तो नींबू और शहद के साथ 1 चम्मच सेब का सिरका मिला लें और दिन में इसका तीन बार सेवन करें। इससे भी आराम मिल सकता है।

सूप (Soup is beneficial in sinus)

साइनस की समस्या होने पर सूप काफी कारगर माना गया है। चिकन सूप से लेकर वेजिटेबल सूप और साथ ही फ्रेश हर्ब का सूप साइनस की समस्या में काफी राहत पहुंचाने का काम करते हैं। इसके साथ ही यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

घृत (Ghrita will remove sinus)

आयुर्वेदिक जड़ी बूटी घृत साइनस के रोगियों के लिए काफी लाभकारी मानी गई है। ये पाचन अग्नि को तेज करता है। साथ ही ये नासिका मार्ग में आ रही रुकावटों को दूर करने में मदद करता है। इतना ही नहीं ये आपको एलर्जी से भी बचाता है। साइनस की समस्या में घृत का हरिद्रा के साथ इस्तेमाल करने से लाभ मिलता है।

पिप्पली (Pippali is effective in sinus)

पिप्पली गले, फेफड़ों से बलगम को निकालने में काफी असरदार है इसलिए साइनस की समस्या में इसे कारगर आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी माना गया है। इसके साथ ही ये बुखार, सर्दी-जुकाम और दर्द को भी कम करता है। पिप्पली साइनस के साथ ही अस्थमा में भी काफी आराम दिलाने में मदद करता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Ritu Raj
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