पेट में कीड़े (stomach worms) की समस्या एक आम समस्या है, पेट में कीड़े की शिकायत किसी को भी हो सकती है। लेकिन ज्यादातर पेट में कीड़े की समस्या बच्चों में देखी जाती है। पेट में कीड़े की समस्या अगर किसी को लंबे समय तक बनी रहे, तो यह एक गंभीर समस्या पैदा कर सकती है। इसलिए समय रहते इसका इलाज करा लेना चाहिए। पेट में कीड़ें की समस्या होने पर शरीर में कई लक्षण दिखना शुरू हो जाते हैं, जैसे मुंह से लार गिरना, भूख न लगना या पेट में दर्द होना, इन सभी लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। पेट में कीडे़ं की शिकायत होने पर आप कुछ आयुर्वेदिक इलाजों को अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं पेट में कीड़े होने पर कौन से आयुर्वेदिक इलाजों को अपनाना चाहिए।
पेट के कीड़ों से हैं परेशान, तो अपनाएं ये आयुर्वेदिक इलाज
1- पेट में कीड़े होने की समस्या होने पर अनार के छिलकों (pomegranate peels) का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि अनार के छिलके औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, इसलिए अगर आप अनार के छिलकों का चूर्ण बनाकर सेवन करते हैं, तो इससे कीड़े की समस्या दूर होती है।
2- पेट में कीड़े की शिकायत होने पर नीम के पत्तों (neem leaves) का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि नीम के पत्तों में एंटी बैक्टीरियल गुण मौजूद होता है, इसलिए अगर आप नीम के पत्तों का या नीम के पत्तों का जूस बनाकर पीते हैं, तो इससे पेट में कीड़े की समस्या दूर होती है।
3- पेट में कीड़े की समस्या होने पर आड़ू की पत्तियों (peach leaves) का सेवन भी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि अगर आप आड़ू की पत्तियों के रस का सेवन करते हैं, तो इससे पेट के कीड़े मर जाते हैं।
4- पेट में कीड़े की शिकायत होने पर हल्दी (Turmeric) का सेवन भी काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि हल्दी में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो पेट के कीड़ों को मारते हैं।
5- तुलसी के पत्तों (basil leaves) का सेवन भी पेट में कीड़े की शिकायत होने पर काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि तुलसी के पत्तों में भी एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, इसलिए अगर आप तुलसी के पत्तों का या तुलसी के पत्तों के रस का सेवन करते हैं, तो इससे कीड़े की समस्या दूर होती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।