कहा जाता है कि अगर नियमित रूप से योग करें तो शरीर स्वस्थ रहने के साथ ही बीमारियों से बचा जा सकता है और लंबे समय तक निरोगित जीवित रह सकते हैं। योग के अनगिनत फायदे हैं। आज हम बात करेंगे अग्निसार प्राणायाम के बारे में जो कई सारी लाभ पहुंचाता है। ये एक ऐसी क्लींजिंग योग है जो आपके पाचन तंत्र को साफ एवं स्वस्थ रखते हुए पूरे शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद करता है। दरअसल, अग्निसार नाभि से संबंधित एक प्राणायाम है जिससे ज्यादा से ज्यादा असर नाभि के क्षेत्र पर पड़ता है। ये पेट को ठीक रखने के साथ ही पाचन में मदद करता है और पाचन रस के स्राव के लिए फायदेमंद होता है।
अग्निसार प्राणायाम के 8 फायदे
1- पाचन में सुधार (improve digestion) अग्निसार प्राणायाम के करने से पेट में एंजाइम का स्राव सही मात्रा में होने लगता है जो पाचन क्रिया को मजबूत बनाने का काम करता है. इसके साथ ही ये पेट की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
2- फेफड़ों के विकारों को ठीक करे (cure lung disorders) अग्निसार प्राणायाम के करने से फेफड़े के विकार ठीक होते हैं। दरअसल, इसमें सांस लेना और सांस छोड़ने में लाय शामिल होती है। जिससे कफ और खांसी की समस्या खत्म होती है और साथ ही कई सारे और लाभ मिलते हैं।
3- इस प्राणायाम के करने से शरीर के अग्नि तत्व (maintain energy level in the body) को विनियमित करने में मदद करती है। जिसके चलते पूरे दिन शरीर में ऊर्जा के स्तर को बनाए रखता है।
4- अग्निसार प्राणायाम करने से शरीर के अंदर रक्त प्रवाह (blood flow) सही ढंग से होती है।
5- इसके करने से कब्ज और एसिडिटी (Constipation and Acidity) की समस्या दूर होती है।
6- अग्निसार प्राणायाम करने से मोटापे (Weight loss) की समस्या दूर होती है और साथ ही मधुमेह (diabetes) भी ठीक रहता है। दरअसल, इस प्राणायाम के करने से पैंक्रियाज ठीक तरह से इंसुलिन का उत्पादन करने लगता है जो खून में बढ़े शुगर की मात्रा को कम करने में मदद करता है।
7- अग्निसार प्राणायाम अस्थमा (asthma) जैसी समस्याओं के लिए भी लाभकारी है।
8- अग्निसार प्राणायाम के मदद से शरीर से हानिकारक पदार्थ -विषैले पदार्थ (toxic substances) बाहर निकलता है। ये शरीर को साफ कर अंदर से हमेशा तरोताजा बनाने में मदद करता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।