प्री-डायबिटीज (Pre-diabetes) एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है जहां ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है, लेकिन इतना अधिक नहीं होता कि टाइप 2 मधुमेह कहा जा सके। प्री-डायबिटीज वाले लोगों में से 80% से अधिक लोग नहीं जान पाते हैं कि वे प्री-डायबिटिक हैं। प्री-डायबिटीज आपको टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes), हृदय रोग (Heart diseases) और स्ट्रोक (Stroke) के विकास के खतरे में डालता है। इस लेख में हम प्री-डायबिटीज के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार (Pre-diabetes causes, symptoms and home remedies) के बारे में बात कर रहे हैं।
प्री-डायबिटीज के कारण, लक्षण और 3 घरेलू उपचार
प्री-डायबिटीज के कारण : Causes Of Pre-Diabetes In Hindi
इंसुलिन (Insulin) आपके अग्न्याशय (pancreas) द्वारा बनाया गया एक हार्मोन है जो एनर्जी के रूप में उपयोग करने के लिए ब्लड शुगर को कोशिकाओं में जाने देने के लिए एक मध्यम की तरह काम करता है। यदि आपको प्री-डायबिटीज है, तो आपके शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति सामान्य रूप से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती हैं।
कोशिकाओं को प्रतिक्रिया देने की कोशिश करने के लिए आपका अग्न्याशय अधिक इंसुलिन बनाता है। ऐसे में अग्न्याशय सही से काम नहीं कर पता है और आपका ब्लड शुगर लेवल अस्थिर हो जाता है, जिससे शरीर प्री-डायबिटिक हो जाता है और टाइप 2 मधुमेह की और एक कदम और बढ़ जाता है।
प्री-डायबिटीज के लक्षण : Symptoms Of Pre-Diabetes In Hindi
निम्न लक्षण हमें प्री-डायबिटीज होने के संकेत देते हैं :
1. अधिक शारीरिक वजन
2. 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र का होना
3. माता-पिता, भाई या बहन में से किसी को टाइप 2 मधुमेह होना
4. शारीरिक रूप से कम सक्रिय रहना
5. कभी गेस्टेशनल डायबिटीज (गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) या ऐसे बच्चे को जन्म देना जिसका वजन 4 किलो से अधिक हो
6. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOD) होना।
आपको सालों से प्री-डायबिटीज हो सकती है लेकिन कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं, इसलिए यह अक्सर तब तक नहीं पता चलता जब तक कि टाइप 2 डायबिटीज जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं दिखाई नहीं देतीं।
प्री-डायबिटीज के घरेलू उपचार : Home Remedies To Prevent Pre-Diabetes In Hindi
1. लाइफस्टाइल में बदलाव करें (Lifestyle changes)
लाइफस्टाइल यानी जीवनशैली में बदलाव करने से प्री-डायबिटीज की स्थिति में सुधार लाया जा सकता है। इसमें शरीरिक गतिविधियों को बढ़ाना, मोटापा कम करना शामिल है और डॉक्टर के सुझाव से खानपान में परिवर्तन करना महत्वपूर्ण होता है।
2. डॉक्टर्स के सुझाव वाली दवाओं का नियमित सेवन (Regular intake of medicines as prescribed by doctors)
प्री-डायबिटीज के उपचार में डॉक्टर द्वारा एंटी-डायबिटिक दवाएं दी जाती हैं, जिनसे खून में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित किया जाता है। सही लाइफस्टाइल के साथ, इन दवाओं का सेवन सही समय पर करें।
3. प्री-डायबिटीज में खान-पान में बदलाव (Dietary changes in pre-diabetes)
कम सैचुरेटेड फैट और अधिक हैल्थी फैट, नट्स, एवोकाडो, ऑयली फिश, ओलिव ऑयल, हाई फाइबर युक्त भोजन के साथ-साथ फलों और हरी सब्जियों का भरपूर सेवन करें। ऐसे प्री-डायबिटीज की स्थिति को रिवर्स भी किया जा सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।