पेट दर्द की समस्या से लगभग हर कोई गुजरा हुआ होता है। कभी पेट दर्द हल्का होता है तो कभी तेज, इसके साथ ही जलन की भी समस्याएं होती हैं। ये परेशानियां मामूली होती हैं लेकिन, कई बार इसके पीछे का कारण किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। जैसे कि पेट में अल्सर। ये एक तरह का घाव होता है, जो पेट की सतह या छोटी आंत के पहले हिस्से (डियोडेनम) में होता है।
अल्सर तब बनता है जब भोजन को पचाने में मदद करने वाला एसिड पेट की दीवारों और छोटी आंत को नुकसान पहुंचाने लगता है। पेट में जलन होना इसका सबसे आम लक्षण है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अदरक काफी फायदेमंद साबित हो सकता है.
पेट के अल्सर होने के कारण 5 आम कारण
· पेट में अत्यधिक मात्रा में एसिड का स्राव होना।
· तैलीय और मिर्च मसाले युक्त भोजन का अधिक सेवन करना।
· अधिक मात्रा में नुक्सान करने वाले तरल पदार्थ, कैफीन और तम्बाकू का सेवन।
· लम्बे समय तक ज्यादा दर्द निवारक दवाओं का सेवन।
· ओस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) में ली जाने वाली दवाओं का सेवन करना।
अदरक पेट के अल्सर के लिए बेहद लाभकारी
अदरक का कई घरों में एक घरेलू उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए अल्सर की समस्या में यह काफी लाभकारी है। अदरक में एंटीअल्सर, जो पेट दर्द का कारण बनने वाले अल्सर से आराम पाने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा अदरक में एंटीट्यूमर गुण भी पाए जाते हैं जो पेट के ट्यूमर से निजात दिलाने में लाभकारी है। इसके साथ ही पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं जैसे ऐंठन, गैस, अपच में भी यह लाभकारी है।
अल्सर में कैसे काम आती है, अदरक?
एक रिसर्च की मानें तो अगर कोई प्रोबायोटिक के साथ दिया जाए तो बीमारी में इसका असर ज्यादा मारक है। दही को प्रोबायोटिक की कैटेगरी में माना जाता है। प्रो-बायोटिक के कैप्सूल इत्यादि भी कई फार्मा कंपनियां बनाती हैं। अदरक को बीड्स या कैप्सूल की शक्त में इस तरह तैयार किया जाता है कि यह इंसान के कोलोन में ही जाकर ड्रग रिलीज करे। इसे कंट्रोल्ड रिलीज थेरेपी कहा जाता है।
अदरक से हो सकता है पेट के अल्सर होगा जड़ से इलाज:
अदरक एस्पिरिन दवा की वजह से विकसित होने वाले पेट के अल्सर के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है। यह अल्सर पर सुरक्षात्मक प्रभाव डालता है, जिससे अल्सर की गंभीरता कम हो जाती है। लेकिन, कुछ मामलों में अदरक अल्सर की परेशानी को पहले से भी गंभीर बना सकता है। इसलिए अल्सर की समस्या में अदरक का सेवन करने से पहले एक बार चिकित्सक से सलाह अवश्य ले लें।
ऐसे करें इस्तेमाल
एक चम्मच पिसा हुआ अदरक ले लें और इसे एक कप पानी में डालकर उबल लें। 5 मिनट तक उबालने के बाद इसे ठंडा होने है और फिर इसमें शहद मिलाकर तुरंत पी लें। रोजाना तीन बार अदरक की चाय भी पीने से इस समस्या से आराम पाया जा सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।