क्या आप जानते हैं की अवसाद आपका परमानेंट ब्रेन डैमेज कर सकता है? जानिए कैसे?

Did you know that depression can permanently damage your brain? Know how?
क्या आप जानते हैं की अवसाद आपका परमानेंट ब्रेन डैमेज कर सकता है? जानिए कैसे?

जी हाँ आपने सही पढ़ा! ये जान कर आप हैरान हो सकतें है, पर ये बात बिलकुल सही है. ऐसा डॉक्टर्स का कहना है की, यदि आप अपने जीवन में अवसाद यानि डिप्रेशन की अनुभूति कर रहें हैं तो आपको सतर्क रहेना चाहए और साथ ही गंभीर मामलों मे तुरांत ही किसी डॉक्टर से संपर्क भी साधना चाहिए. ये कोई आम समस्या या बुखार नही है, ये आपको परमानेंट ब्रेन डैमेज दे सकता है.

चलिए जानते हैं की इसपर डॉक्टर्स का क्या कहना है:

अवसाद न केवल एक व्यक्ति को उदास महसूस कराता है - यह मस्तिष्क को भी स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए बीमारी खत्म होने के बाद भी कई व्यक्तियों को याद रखने और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है। 20 प्रतिशत तक अवसाद के रोगी कभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं होते हैं।

गंभीर अवसाद के केस में इंसान को डॉक्टर की सलाह से ही अपने जीवन की गाडी को आगे बढ़ना चाहिए. क्यूंकि वक्त पर इलाज होना, एक सही इलाज होने की पहली सीडी है. पर यदि आप अवसाद के हलके असर को महसूस कर रहें है तो मैं आपके लिए कुछ प्राकृतिक उपाय लायीं हूँ, जो आपको अवसाद से लड़ने में मदद कर सकते हैं. जिनमे से निम्न हैं:

प्रकृति के करीब रहें:

यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि शांत प्रकृति में समय बिताने से तनाव, चिंता, अवसाद और दोहराव वाले विचार कम होते हैं और ध्यान लगाने में मदद मिलती है।

पक्षियों और जानवरों के लिए भी एकांत अच्छा माना गया है, क्योंकि यह उन्हें संवाद करने, साथियों को आकर्षित करने और खतरे को भांपने में मदद करता है।

शांत प्रकृति के सकारात्मक स्वास्थ्य लाभों का अनुभव करने के लिए, अपने पास एक शांत पार्क में जाएँ।

अच्छी नींद लें:

सबसे पहले डिप्रेशन दूर करने के लिए आठ घंटे की नींद लें। नींद पूरी होगी तो दिमाग तरोताजा होगा और नकारात्मक भाव मन में कम आएंगे। सकारात्मक उर्जा का संचालन होगा और आप प्रफुलित महसूस करेंगे.

सूरज की रौशनी लें (Sun Bath):

प्रतिदिन सूरज की रोशनी में कुछ देर जरूर रहें। इससे अवसाद की जड़ें कमज़ोर होती है और शरीर में मौजूद नकार्मकता नष्ट होती है. साथ ही ये आपको अच्छे विटामिन्स और मिनरल्स भी देता है. जो आपका शरीर स्फूर्तिदायक बनाता है.

बाहर टहलने जाएं (Go for a walk):

दिन में एक बार ज़रूर 15 मिनट का ब्रेक लें और टहल कर आयें. टहलना आपके विचारों को शुद्ध और गहरा बनाता है. ये आपके शरीर में मौजूद खून का संचरण भी ठीक रखता है.

ध्यान व योग को दिनचर्या में शामिल करें:

मानसिक स्वास्थ के लिए ध्यान लगाने से अच्छा कुछ हो ही नही सकता. ध्यान से हमे वो सब मिल सकता है जिसकी हम कल्पना कर सकते हैं. ये आपके लिए लाभकारी साबित होता है. इसके साथ ही, अगर हम अपनी दिनचर्या में थोडा योगा भी शामिल करलें तो ये सोने पर सुहागा साबित होता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by वैशाली शर्मा