चावल को हम अपनी डाइट में कई तरह से इस्तेमाल करते हैं जिसमें, दाल के साथ, खिचड़ी और पुलाव अन्य चीजें शामिल हैं। सफेद चावल की तुलना में ब्राउन राइस सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। ब्राउन राइस के अंदर भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स पाए जाते हैं जो शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं। वहीं, कई लोग कच्चा चावल खाने के शौकीन होते हैं। ऐसे लोगों को बता दे कि जरा सतर्क हो जाएं। क्योंकि, इसके अनेकों नुकसान हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल व पाचन संबंधी समस्या (Gastrointestinal and digestive problems)
कच्चे चावलों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो पाचन संबंधित समस्याओं का कारण बनते हैं। कच्चे चावल में लेक्टिन नामक प्रोटीन पाया जाता है जो प्राकृतिक कीटनाशक और एंटीन्यूट्रिएंट्स के रूप में भी काम करता है। ऐसे में इसके सेवन से पाचन तंत्र संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
पथरी की समस्या (Raw rice can cause stone problems)
जिन्हें पथरी की समस्या है उन्हें भूलकर भी कच्चे चावल का सेवन नहीं करचना चाहिए। इससे पथरी की समस्या तो बढ़ती ही है साथ ही जिन्हें नहीं है उनमें भी स्टोन होने की संभावना बढ़ जाती है।
फूड प्वाइजनिंग (Raw rice can cause of food poisoning)
कच्चे चावल में बैसिलस सिरस नामक बैक्टीरिया मौजूद होता है जो शरीर में फूड प्वाइजनिंग की समस्या खड़ी कर सकता है। ऐसे में इसके सेवन से बचना चाहिए।
एनर्जी कम होना (Consumption of raw rice reduces energy)
कच्चे चावल के सेवन से शरीरिक थकान होती है जो बॉडी की एनर्जी को कम कर देती है। इसके साथ ही थकावट की वजह से कई प्रकार की बीमारियां भी हो सकती हैं।
पेट दर्द (Raw rice can cause of stomach pain)
कच्चे चावल खाने से पेट दर्द की समस्या हो सकती है। खासकर गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को कच्चे चावल के सेवन से पेट दर्द और मतली की समस्या हो सकती है। ऐसे में प्रेगनेंसी में कच्चा चावल खाना भी हानिकारक हो सकता है।
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